Delhi Election 2025: दिल्ली में पिछले चुनाव से बढ़े 7.38 लाख से अधिक वोटर, इस बार मतदाता सूची को लेकर खासा विवाद

Delhi Election 2025: दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस बार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 1,55,24,858 है।;

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2025-01-07 12:40 IST

दिल्ली में पिछले चुनाव से बढ़े 7.38 लाख से अधिक वोटर  (photo: social media )

Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर एक करोड़ 55 लाख से अधिक मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। चुनाव आयोग की ओर से सोमवार को दिल्ली की अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी गई जिसके मुताबिक पिछले विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली में मतदाताओं की संख्या में सात लाख 38 हजार से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

चुनाव आयोग का कहना है कि अंतिम मतदाता सूची प्रकाशन के बाद अब किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया जाएगा। इस बार मतदाता सूची को लेकर खासा विवाद दिखा है क्योंकि आम आदमी पार्टी ने अपने समर्थकों के नाम काटने का बड़ा आरोप लगाया है। 16 दिसंबर के बाद मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए आवेदन देने वालों का नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं किया गया है।

एक करोड़ 55 लाख से अधिक मतदाता

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस बार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 1,55,24,858 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 और महिला मतदाताओं की संख्या 71,73,952 है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर यही मतदाता अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे।

पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में मतदाताओं की संख्या में तीन लाख 22 हजार 922 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यदि पिछले विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो पिछले चुनाव के मुकाबले पांच वर्षों के दौरान करीब सात लाख 38 हजार से अधिक मतदाता बढ़े हैं।


इस बार मतदाता सूची को लेकर खासा विवाद

चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मतदाता सूची के संदर्भ में आपत्ति दर्ज करने की प्रक्रिया करीब दो महीने तक चली और इसके बाद संशोधित मतदाता सूची जारी की गई है। हालांकि इस बार मतदाता सूची को लेकर काफी विवाद भी देखने को मिला है। आम आदमी पार्टी के नेता पिछले कई दिनों से आरोप लगाते रहे हैं कि भाजपा की ओर से उनके समर्थक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कटवा दिए गए हैं।

दूसरी ओर भाजपा ने आप की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। पार्टी का कहना है कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के नाम मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं। भाजपा ने इस पर आपत्ति जताई थी और चुनाव आयुक्त से मिलकर पूरी सूची सौंपी थी। दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बाद सोमवार को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया है।

अब मतदाता सूची में नहीं होगा संशोधन

दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से महिला सम्मान योजना का ऐलान किया गया है। इस योजना के ऐलान के बाद आप की ओर से काफी संख्या में मतदाता पहचान पत्र बनवाने के आवेदन दिए गए हैं। 16 दिसंबर के बाद मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए दिए गए करीब 5 लाख दस हजार लोगों के नाम मतदाता सूची में नहीं जोड़े गए हैं।

चुनाव आयोग का कहना है कि दावे और आपत्तियों के संबंध में आवेदन देने के लिए 29 अक्टूबर से 28 नवंबर तक की तारीख तय की गई थी क्योंकि 24 दिसंबर तक इन सभी मामलों का निपटारा किया जाना था।

आयोग के मुताबिक निर्धारित तिथि के बाद भी काफी संख्या में आवेदन मिले हैं। आयोग ने 15 दिसंबर तक मिले आवेदनों को सूची में शामिल कर लिया है जबकि 16 दिसंबर के बाद काफी संख्या में आवेदन मिले हैं। आयोग ने कहा कि अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद अब किसी भी नाम को सूची में शामिल नहीं किया जाएगा।

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