Delhi-Dehradun Expressway: ढाई घण्टे में दिल्ली से देहरादून, एक्सप्रेसवे का पहला चरण शुरू, जानिए सभी बातें
Delhi-Dehradun Expressway: एक्सप्रेसवे से दिल्ली से गाजियाबाद, लोनी और बागपत तक आवागमन आसान हो जाएगा। गाजियाबाद के लोगों को दिल्ली पहुंचने के लिए एक नया रास्ता मिल जाएगा।;
Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से आप मात्र ढाई घंटे में पूरा सफर कर सकेंगे। इस एक्सप्रेसवे का पहला चरण आज खोल दिया जाएगा तथा पूरा एक्सप्रेसवे तीन महीनों में तैयार हो जाएगा।
- दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट से देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश के निवासियों और चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को फायदा मिलेगा।
- दिल्ली से सड़क मार्ग से देहरादून जाने में अभी 6.5 घंटे का समय लगता है लेकिन इस एक्सप्रेस वे के पूरी तरह से खुलने के बाद ये दूरी सिर्फ 210 किमी रह जाएगी और सफर को पूरा करने में सिर्फ 2.5 घंटे लगेंगे।
- 13 हजार करोड़ रुपये से बन रहा 6 लेन का ये एक्सप्रेसवे लगभग 210 किलोमीटर लम्बा है।
- एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से शुरू होकर, शास्त्री पार्क, खजूरी खास, बागपत, शामली, सहारनपुर जैसे प्रमुख स्थानों से होकर गुजरता हुआ देहरादून में समाप्त होगा।
- एक्सप्रेसवे से दिल्ली से गाजियाबाद, लोनी और बागपत तक आवागमन आसान हो जाएगा। गाजियाबाद के लोगों को दिल्ली पहुंचने के लिए एक नया रास्ता मिल जाएगा।
- यूपी से इस एक्सप्रेस वे पर जाने वालों को मंडोला के पास एंट्री प्वाइंट दिया गया है।
- 32 किलोमीटर का पहला चरण अक्षरधाम से शुरू हो कर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) से जुड़ेगा। दूसरा चरण 118 किलोमीटर लंबा होगा, जो ईपीई से सहारनपुर बाईपास तक जाएगा। तीसरा चरण 40 किलोमीटर लंबा होगा, जो गणेशपुर को सहारनपुर बाईपास से जोड़ेगा और अंतिम चरण 20 किलोमीटर लंबा होगा, जो देहरादून तक जाएगा।
- देहरादून के डाटकाली में 1,995 करोड़ रुपये की लागत से 340 मीटर लंबी, तीन लेन वाली सुरंग है।
- गणेशपुर से देहरादून तक के मार्ग में वन्यजीवों के लिए खास प्रावधान शामिल किये गए हैं। जिसमें देश की सबसे लंबी 12 किलोमीटर की एलिवेटेड रोड भी है जो राजाजी टाइगर रिजर्व और शिवालिक पार्क के बीच से गुजरेगी। इसके अलावा वन्य जीवों की सुरक्षा के लाइट छह पशु अंडरपास और दो हाथी अंडरपास भी हैं।
- सुरक्षा और ट्रैफिक फ्लो बनाये रखने के लिए 113 वाहन अंडरपास (वीयूपी), 62 बस शेल्टर, 5 रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) और 16 एंट्री-एग्जिट बिंदु बने हैं।
- एक्सप्रेस वे के साथ 76 किलोमीटर की सर्विस रोड और कुल 29 किलोमीटर की एलिवेटेड रोड भी होगी।
- एक्सप्रेसवे 2,095 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 51 किलोमीटर की छह लेन वाली ग्रीनफील्ड सड़क के माध्यम से हरिद्वार से जुड़ेगा।
- नेशनल हाईवे ऑथोरिटी के अनुसार, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के लगभग 16 किलोमीटर लंबे हिस्से पर 7,575 पेड़ काटे गए हैं और इसके बदले में 1.76 लाख से अधिक पेड़ लगाए जाने हैं।
कितना होगा टोल टैक्स?
- एनएचएआई ने इस एक्सप्रेसवे पर क्लोज टोलिंग सिस्टम का अप्रूवल दिया है। इसमें वाहन जितना सफर करेंगे, उतना ही टोल देना पड़ेगा। ओपन टोलिंग में एक तरफ से एंट्री करने के बाद पूरे स्ट्रेच का टोल देना पड़ता है। इस एक्सप्रेसवे में अक्षरधाम से चलकर लोनी बॉर्डर तक कोई टोल टैक्स नहीं देना होगा।