Delhi Election 2025 : चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने चला बड़ा दांव, बीजेपी और कांग्रेस में मची खलबली!
Delhi Election 2025 : आम आदमी पार्टी ने मतदाताओं को लुभाने के लिए महिला सम्मान और संजीवनी सहित कई योजनाओं की घोषणा कर दी है, जिन पर विवाद शुरू हो गया है।
Delhi Election 2025 : दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान भले ही न हुआ हो, लेकिन राजनीतिक दल चुनावी मोड में दिखाई दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने मतदाताओं को लुभाने के लिए महिला सम्मान और संजीवनी सहित कई योजनाओं की घोषणा कर दी है, जिन पर विवाद शुरू हो गया है। हालांकि इस बीच केजरीवाल ने एक और योजना को लॉन्च कर दिया है, जो कांग्रेस और बीजेपी, दोनों के लिए चुनाव में बड़ा झटका साबित हो सकता है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी कई घोषणाएं और वादे कर चुकी है। इनमें महिला सम्मान योजना (जिसके तहत महिलाओं को 2100 रुपए दिए जाएंगे), संजीवनी योजना (इसके तहत 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज), वृद्धों के पेंशन स्कीम, 24 घंटे साफ पानी आदि शामिल हैं। अब आम आदमी पार्टी ने एक और बड़ी योजना का ऐलान कर दिया है, जिसके तहत पुजारियों और ग्रंथियों को सैलरी देने का वादा किया है। इसके तहत उन्हें 18 हजार रुपए महीना दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी का मास्टर स्ट्रोक
राजनीतिक विशेषज्ञ आम आदमी पार्टी की इन योजनाओं को मास्टर स्ट्रोक बता रहे हैं, हालांकि बीजेपी हमलावर है। बीजेपी का कहना है कि हार के डर से आम आदमी पार्टी घबराई हुई है। पिछले दस सालों में कोई काम नहीं किया है, अब वह झूठे वादे करने में जुटी हुई है। जबकि सच यह है बीते दस सालों में जनता को ठगने का काम किया है।
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के वादों पर कैसे काउंटर कर पाएगी, ये तो चुनाव के दौरान ही देखने को मिलेगा। बीजेपी और कांग्रेस ने अभी कोई घोषणापत्र जारी नहीं किया है। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के खिलाफ एक आरोपपत्र जारी किया है, जिसमें गई गंभीर आरोप लगाएं हैं। इस आरोप पत्र का शीर्षक "दिल्ली सरकार हुई कंगाल, AAP विधायक मालामाल और शीशमहल में केजरीवाल" दिया था। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीजेपी किसी कदर हमलावर है। हालांकि किसी भी दल के लिए चुनावी डगर आसान नहीं दिखाई दे रही है।
बीजेपी का 'आप' पर प्रहार
वहीं, बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि हम काफी दिनों से मांग कर रहे हैं कि पुजारियों और ग्रंथियों को भी सैलरी दी जाए, लेकिन केजरीवाल सिर्फ 10 साल से मस्जिदों के मौलवियों को और उनके सहयोगियों को ही सैलरी दे रहे थे। जब जब चुनाव आ गया है तो उन्हें पुजारी और ग्रंथियों की भी याद आ गई है।
वहीं, आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ये योजना नहीं बंद करा सकती है। हम चाहते हैं कि बीजेपी और कांग्रेस की सरकारें भी अपने-अपने राज्यों में इस योजना को लागू करें।