दिल्ली हाट, आदि महोत्सव ने 15 दिनों में 20 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बिक्री

भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित इस 15 दिवसीय महोत्सव में 500 से अधिक जनजातीय कारीगरों ने 20 करोड़ रुपये का कारोबार किया। इस महोत्सव के दौरान 500 से अधिक जनजातीय कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

Update: 2019-12-08 10:53 GMT

नई दिल्ली: जनजातीय कार्य मंत्रालय के अनुसार दिल्ली हाट, आईएनए में 16 से 30 नवंबर, 2019 तक आयोजित राष्ट्रीय आदि महोत्सव 2019 ने रिकॉर्ड उपस्थिति और बिक्री दर्ज की है।

दरअसल, भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित इस 15 दिवसीय महोत्सव में 500 से अधिक जनजातीय कारीगरों ने 20 करोड़ रुपये का कारोबार किया। इस महोत्सव के दौरान 500 से अधिक जनजातीय कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

गृह मंत्री अमित शाह...

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 16 नवंबर 2019 को इस आदि महोत्सव का उद्द्घाटन किया था। दिल्ली हाट महोत्सव में जनजातीय कारीगरों ने हस्तशिल्प और हथकरघा की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की।

इनमें हाथ से बुना हुआ कपास, ऊन और रेशम के कपड़े, वुडक्राफ्ट, मेटल क्राफ्ट, टेराकोटा, बीड-वर्क, मसल्स और अन्य वस्तुएं शामिल थीं। उन्होंने सम्मोहक जनजातीय चित्रों को भी प्रदर्शित किया।

सरकार उत्पाद रेंज और डिजाइनों के विस्तार के लिए प्रतिष्ठित डिजाइन संगठनों के जनजातीय कारीगरों और मुख्यधारा के डिजाइनरों के बीच संवाद को बढ़ावा देना चाहती है।

इन दोनों के बीच तालमेल टॉप-एंड वैश्विक बाजार के लिए कला और हस्तकला के विपणन योग्य उत्पाद का सृजन कर सकता है। इसी उद्देश्य से ट्राइफेड ने जनजातीय कारीगरों के साथ परस्पर संपर्क करने के लिए विख्यात पेशेवरों को आमंत्रित किया गया।

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल श्रीमती अनुसुईया उइके, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, कृषि और परिवार कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, संसद सदस्य हेमा मालिनी और मनोज तिवारी सहित कई महत्वपूर्ण एवं गणमान्य हस्तियों ने इस आदि महोत्सव में हिस्सा लिया।

सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक...

सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया, सितार वादक उस्ताद शाहिद परवेज खान ने भी दिल्ली हाट महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुतियां दर्ज कीं।

जबकि इस दौरान ब्रांड एंबेसडर एवं संसद सदस्य मैरी कॉम तथा फैशन क्षेत्र की प्रख्यात हस्तियों ने भी अपनी अपनी उपस्थिति दर्ज की। भारतीय हॉकी टीम के कई सदस्यों एवं पूर्व क्रिकेट सितारों ने भी इस आदि महोत्सव का अवलोकन किया।

कश्मीर से कन्याकुमारी...

उत्तर में जम्मू और कश्मीर से दक्षिण में तमिलनाडु और पश्चिम में गुजरात से लेकर पूर्व में नागालैंड / सिक्किम तक उस्ताद जनजातीय शिल्पकारों द्वारा निर्मित जनजातीय वस्त्रों ने दिल्ली वासियों का दिल जीत लिया।

इस दौरान नकदी रहित राष्ट्रीय आकांक्षा के अनुरूप, जनजातीय कारीगरों ने प्रमुख क्रेडिट / डेबिट कार्ड के माध्यम से भुगतान स्वीकार किया, जिसके लिए प्रत्येक स्टाल पर प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें प्रदान की गईं।

भारतीय स्टेट बैंक द्वारा इसके सुचारू संचालन के लिए एक विशेष प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किया गया। महोत्सव में ट्राइब्स इंडिया द्वारा प्रवर्तित डिजिटल कॉमर्स और ई-कॉमर्स भी प्रदर्शित किया गया।

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