पाकिस्तान को दो टुक: नगरोटा एनकाउंटर को लेकर भारत ने चेताया, दिया कड़ा संदेश

नगरोटा में हुई घटना को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से कहा है कि अपनी जमीन पर आतंक को पनाह देना बंद करें।

Update: 2020-11-21 11:13 GMT
भारत ने पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश, कहा- आतंक को पनाह देना बंद करें

नई दिल्ली: कुछ दिन पहले भारतीय सुरक्षाबलों ने जम्मू और कश्मीर के नगरोटा में (Nagrota Encounter) आतंकियों की एक बहुत बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। सेना ने गुरुवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के चार आतंकियों को मार गिराने के बाद पाकिस्तान को एक और कड़ा संदेश दिया है। दरअसल, भारतीय विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को तलब कर नाराजगी जाहिर की है।

पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर आतंक को पनाह देना बंद करें

विदेश मंत्रालय ने अधिकारी से कहा कि पड़ोसी मुल्क अपनी जमीन पर आतंक को पनाह देना बंद कर दें। मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में सुरक्षाबलों ने 19 नवंबर 2020 को एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनकाउंटर में मारे गए आतंकी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। भारत सरकार की ओर से जैश द्वारा किए जा रहे लगातार आतंकी हमलों को लेकर चिंता जाहिर की गई है।

यह भी पढ़ें: जैश के दो आतंकियों का सामने आया देवबंद कनेक्शन, पुलिस देवबंद के लिए हुई रवाना

मंत्रालय ने बयान में कही ये बातें

मंत्रालय ने आगे कहा कि जैश अतीत में भी भारत के खिलाफ हमलों का अंजाम देता आया है। फरवरी 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर किए गए आतंकी हमले में भी जैश का हाथ था। मंत्रालय ने लिखा कि नगरोटा में मारे गए आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में बरामद हुए हथियार और बारूद इस बात का संकेत देते हैं कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा को भंग करने की फिराक में थे। खासकर वो राज्य में होने वाले डीडीसी चुनाव में अड़चन पैदा करना चाहते थे।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस संबंध में दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को तलब किया गया है और नगरोटा में हुई इस घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है। पाकिस्तान से मांग की गई है कि वो अपनी जमीन पर आतंक और आतंकी संगठन को पनाह देने की नीति को बंद कर देना चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान यह जान ले कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने के लिए सभी जरूरी उपाय करने लिए दृढ़ और संकल्पबद्ध है।



यह भी पढ़ें: महबूबा मुफ्ती को झटका: पकड़ी गई पीडीपी अध्यक्ष, तत्काल रोका प्रशासन ने

गुरुवार को मारे गए चार जैश आतंकी

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के नगरोटा (Nagrota Encounter) में गुरुवार को सेना ने जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के चार आतंकियों को मार गिराया था। खुफिया एजेंसियों का कहना है कि ये चारों आतंकी डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल (DDC) के चुनाव के दौरान बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। साथ ही ये भी बताया गया है कि ये सभी पाकिस्तान में बैठे जैश सरगना मसूद अजहर के भाई रऊफ लाला से लगातार संपर्क में थे।

जांच एजेंसियों के मुताबिक, जिस वक्त इन आतंकियों का एनकाउंटर किया गया, उस वक्त रऊफ लाला इन सभी को निर्देश देने का काम कर रहा था। यही नहीं जांच एजेंसियों को इस संबंध में पक्के सबूत भी हाथ लगे हैं। एजेंसियों को पता चला है कि इन्हें पाकिस्तान से भेजा गया था और वहीं से इन्हें निर्देश भी दिया जा रहा था।



आतंकियों के पास से बरामद हुईं ये चीजें

बता दें कि जांच एजेंसी को मारे गए आतंकियों के पास से एक पाकिस्तानी कंपनी का डिजिटल मोबाइल रेडियो (DMR) बरामद हुआ है। एजेसिंयों का कहना है कि DMR को पाकिस्तानी कंपनी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स बनाती है। इसके अलावा आतंकियों के पास से मिले मोबाइल में पड़े मैसेज से यह स्पष्ट हो जाता है कि आतंकी लगातार पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे और बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे।

यह भी पढ़ें: आतंकी सुरंग से अलर्ट: भारत उड़ाने की बड़ी साजिश, चीन-पाकिस्तान की जुगलबंदी

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News