दिल्ली हिंसा का खुलासा: ताहिर हुसैन ने हिंसा के लिए भड़काया, ऐसे की अंकित की हत्या
अदालत ने कहा कि हुसैन ने कथित तौर अपने समुदाय को उकसाया और यह दावा करते हुए हिंदुओं और मुसलमानों के बीच धर्म के आधार पर कट्टरता को बढ़ावा दिया कि हिंदुओं ने कई मुसलमानों को मार डाला है।
नई दिल्ली: दिल्ली में हुए हिंसा को भड़काने के मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के आधार पर कोर्ट ने कहा है कि आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद ताहिर हुसैन ने भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया। बता दें कि ताहिर पर इंटेलिजेंस ब्यूरो के स्टाफ अंकित शर्मा के हत्या का भी आरोप है। कोर्ट ने कहा कि ताहिर हुसैन के कथित उकसावे पर मुस्लिम हिंसक हो गए और हिंदू समुदाय पर पथराव शुरू कर दिया था। बता दें कि दिल्ली के दंगे (Delhi riot) इस साल फरवरी में हुए थे। कोर्ट ने इस दंगे के सभी आरोपी को 28 अगस्त या फिर उससे पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाज़िर होने को कहा है।
ताहिर हुसैन ने दंगा फैलाने वाली भीड़ का नेतृत्व
कोर्ट ने कहा कि पूर्वी दिल्ली में सुनियोजित तरीके से दंगे फैलाए गए और इस दंगे की अगुवाई ताहिर हुसैन कर रहे थे। अदालत ने ये भी कहा कि आरोपी ताहिर हुसैन ने दंगाईयों को अपनी छत का इस्तेमाल करने दिया। इसके अलावा उन्होंने अपने छत पर हिंसा फैलाने के लिए समान भी दिए ताकि बड़े पैमाने पर दंगे हो सकें और दूसरे समुदाय के जानमाल को नुकसान हो। अदालत ने कहा, 'प्रथम दृष्टया आरोपी ताहिर हुसैन अपने घर से और 24 और 25 फरवरी को चांद बाग पुलिया के पास मस्जिद से भी भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे।
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ताहिर ने धर्म के आधार पर कट्टरता को बढ़ावा
अदालत ने कहा कि हुसैन ने कथित तौर अपने समुदाय को उकसाया और यह दावा करते हुए हिंदुओं और मुसलमानों के बीच धर्म के आधार पर कट्टरता को बढ़ावा दिया कि हिंदुओं ने कई मुसलमानों को मार डाला है। बता दें कि अंकित शर्मा की हत्या से संबंधित मामले में आरोपपत्र 50 पन्नों में है और इसमें नौ अन्य लोगों के साथ हुसैन को मुख्य आरोपी बनाया गया है। अन्य आरोपियों में अनस, फिरोज, जावेद, गुलफाम, शोएब आलम, सलमान, नजीम, कासिम, समीर खान शामिल हैं। सभी आरोपी जेल में हैं।
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अंकित शर्मा की हत्या कर डर पैदा करने की कोशिश की गई
चार्जशीट में कहा गया है कि ताहिर हुसैन चांद बाग पुलिया की तरफ से भीड़ को लेकर आगे बढ़े। फिर इन सबने अंकित शर्मा को पकड़ा। इसके बाद उन्हें ताहिर के घर के पास ले कर गए। धारदार हथियार से हमला किया गया। हत्या के बाद अंकित शर्मा के शव को पास के नाले में फेंक दिया गया। ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला है कि उनके शरीर पर 51 घाव के निशान थे। आरोप पत्र में कहा गया है कि इस हत्या से वहां के निवासियों के मन में एक डर पैदा करने की कोशिश की गई।