Serial Killer: पहले बच्चियों से दुष्कर्म करता फिर मार देता... 30 से ज्यादा को बना चुका शिकार, सीरियल किलर का वहशीपन

Delhi Serial Killer: बच्ची से दुष्कर्म व हत्या मामले में आज गुरुवार को सीरियल किलर रविंद्र कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। रविंद्र को यह सजा अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुनील कुमार की कोर्ट ने सुनाई है।

Update:2023-05-25 21:48 IST
सीरियल किलर रविंद्र कुमार को आजीवन कारावास( फोटो: सोशल मीडिया)

Delhi Serial Killer: राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट ने दिल्ली के मनोरोगी हत्यारे रविंद्र कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है। उस पर नाबालिग बच्चियों की हत्या और दुष्कर्म का आरोप है। हालांकि उसने कथित तौर पर 30 से अधिक नाबालिग लड़कियों की हत्या और बलात्कार किया है। अदालत ने गुरुवार को इस सीरियल किलर को छह साल की बच्ची के अपहरण, यौन उत्पीड़न और हत्या के लिए दोषी ठहराया।

बच्ची के बलात्कार और हत्या मामले में 2015 में हुआ था गिरफ़्तार

रवींद्र कुमार, जो अब 32 साल का है, को 2015 में बच्चों के साथ बलात्कार करने और उनकी हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसने तब पुलिस को बताया था कि उसने पहली बार उन्नीस साल की उम्र में अपराध किया था।

रवींद्र ने अब तक 30 बच्चियों को बनाया निशाना

पुलिस के मुताबिक, कुमार ने कथित तौर पर 2008 और 2015 के बीच लगभग 30 बच्चों को निशाना बनाया। सबसे छोटा बच्चा सिर्फ दो साल का था और सबसे बड़ा 12 साल का था। वह अपने लक्ष्य के लिए एक दिन में 40 किमी तक पैदल चलकर शिकार करता था। एक बच्चे का वह यौन शोषण कर सकता था और फिर उसे मार सकता था।

हत्यारे की लूट कब हुई शुरू

सीरियल रेपिस्ट-हत्यारे की लूट तब शुरू हुई जब वह एक सीडी प्लेयर पर दो सेमी-पोर्न हॉरर फिल्में देखकर मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभावित हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि थके हुए मजदूर शाम को लौटते थे और अपनी झुग्गियों में सोने चले जाते थे, कुमार हड़ताल कर देते थे। दोषी मजदूरों के बच्चों को 10 रुपये के नोट या मिठाई का लालच रात 8 बजे से आधी रात के बीच देता था। वह उन्हें एक सुनसान इमारत या खाली मैदान में ले जाता और उन पर हमला करता। पहचाने जाने के डर से उसने ज्यादातर बच्चों को मार डाला।

छठी फेल है रविंद्र

रविंद्र छठी फेल है। वह शराब व नशे का आदी है। उसने बचपन में एक अंग्रेजी फिल्म देखी थी, जिसमें तीन लोग बच्चों की हत्या कर उनसे कुकर्म या दुष्कर्म करते थे। यह फिल्म देखने के बाद वह भी शराब पीना और सूखा नशा (साल्यूशन व व्हाइटनर आदि) करके बच्चों को अपनी हवस का शिकार बनाता गया।

दिल्ली में सामने आये 14 मामले

तीस में से 14 आपराधिक मामलों को वह दिल्ली के कंझावला, समयपुर बादली, निहाल विहार, मुंडका, नरेला आदि इलाकों में पूर्ण कर चुका था। पुलिस जब आरोपित को घटना की जगहों पर लेकर गई थी तो कुछ जगह साक्ष्य नष्ट हो चुके थे व कुछ जगह साक्ष्य मिले थे।

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