प्रवर्तन कार्रवाइयां हमेशा राजनीतिक संबद्धता को परे रखकर की गईं : राजस्व विभाग
चुनाव आयोग ने राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे को रविवार को लिखे पत्र में “सख्त सलाह’’ दी थी कि विभाग की प्रवर्तन एजेंसियों की चुनाव के दौरान की गई कोई भी कार्रवाई “निष्पक्ष’’ एवं “भेदभाव रहित” होनी चाहिए और चुनाव आयोग के अधिकारियों को ऐसी कार्रवाइयों की जानकारी होनी चाहिए।
नई दिल्ली: राजस्व विभाग ने सोमवार को चुनाव आयोग को बताया कि उसकी प्रवर्तन कार्रवाइयां राजनीतिक संबद्धता से इतर हमेशा से ‘निष्पक्ष’, ‘तटस्थ’ और ‘भेदभाव रहित’ होती हैं और चुनाव आयोग से चुनावी प्रक्रिया में अवैध धन के बारे में ‘‘विशिष्ट सूचना’’ आयकर विभाग से साझा करने की अपील की।
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चुनाव आयोग ने राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे को रविवार को लिखे पत्र में “सख्त सलाह’’ दी थी कि विभाग की प्रवर्तन एजेंसियों की चुनाव के दौरान की गई कोई भी कार्रवाई “निष्पक्ष’’ एवं “भेदभाव रहित” होनी चाहिए और चुनाव आयोग के अधिकारियों को ऐसी कार्रवाइयों की जानकारी होनी चाहिए।
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सूत्रों ने बताया कि जवाब में पांडे ने चुनाव आयोग को लिखा, “हम ‘निष्पक्ष’, ‘तटस्थ’ और ‘भेदभाव रहित’ जैसे शब्द समझते हैं जिसका मतलब यह हुआ कि हमें राजनीतिक संबद्धता से इतर किसी के भी खिलाफ सूचना मिलने पर कार्रवाई करनी चाहिए। यह ठीक वही तरीका है जिस पर विभाग काम करता है और आगे भी करता रहेगा।”
(भाषा)