Farmer Protest: किसान आंदोलन का पांचवा दिन, आर-पार की लड़ाई लड़ने का इरादा, पीएम मोदी से बातचीत करने की अपील

Farmer Protest: किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने मांग की है कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बातचीत करनी चाहिए।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-02-17 02:57 GMT

Farmer Protest  (photo: social media)

Farmer Protest: एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसानों के आंदोलन का आज पांचवा दिन है। अपनी मांगों को लेकर किसान संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच तीन दौर की बातचीत के बाद बावजूद अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने मांग की है कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बातचीत करनी चाहिए। इसके साथ ही अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग भी की गई है।

किसान आंदोलन के लंबा चलने से उत्तरी राज्यों को प्रतिदिन 500 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान पहुंचाने की आशंका है। इस बीच किसानों के दिल्ली कूच के दौरान शंभू बॉर्डर पर पानीपत जीआरपी में तैनात सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत हो गई। जानकारों के मुताबिक तबीयत खराब होने के कारण उनका निधन हो गया।

किसान संगठनों के साथ बातचीत बेनतीजा

केंद्र सरकार की ओर से किसान संगठनों को मनाने की कोशिश अभी तक नाकाम साबित हुई है। चंडीगढ़ में गुरुवार की रात केंद्रीय मंत्रियों और किसान संगठनों के बीच बातचीत देर रात तक चली थी मगर इस बातचीत का भी कोई नतीजा नहीं निकल सका था। बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने एमएसपी की कानूनी गारंटी तत्काल करने पर आने वालीं दिक्कतों के बारे में बताया,लेकिन किसान नेता इससे पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। रात डेढ़ बजे के करीब बैठक खत्म हुई।

बैठक के दौरान किसान नेताओं ने हरियाणा सरकार और पुलिस की ओर से किए जा रहे बल प्रयोग पर तीखी आपत्ति जताई। केंद्रीय मंत्री लखीमपुर खीरी कांड समेत अन्य मांगों पर किसानों के साथ सहमत दिखे,लेकिन एमएसपी की कानूनी गारंटी पर कोई फैसला नहीं हो सका।

एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग

इस बीच किस नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि किसानों की मांग पर बातचीत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे आना चाहिए। एमएसपी पर अध्यादेश के जरिए कानून लाया जाना चाहिए। हमारी मांग है कि सभी फसलों पर एमएसपी लाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांग माननी चाहिए और हम चाहते हैं कि आंदोलन का सुखद अंत हो। उन्होंने अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की भी मांग की।

शंभू बॉर्डर पर तैनात सब इंस्पेक्टर की मौत

इस बीच हरियाणा के अंबाला में किसान आंदोलन के चलते शंभू बॉर्डर पर तैनात सब इंस्पेक्टर हीरालाल का निधन हो गया है। 52 वर्षीय सब इंस्पेक्टर हीरालाल की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई जिसके बाद उन्हें तुरंत अंबाला स्थित सिविल अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने सब इंस्पेक्टर हीरालाल को कर्तव्य निष्ठ पुलिसकर्मी बताया। कपूर ने कहा कि सब इंस्पेक्टर ने पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों को पूरा किया है। उनका निधन पुलिस बल के लिए बड़ी क्षति है।

उत्तरी राज्यों को लगेगा भारी आर्थिक झटका

इस बीच उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) का कहना है कि किसान आंदोलन के लंबा चलने से उत्तरी राज्यों को लंबी आर्थिक चपत लग सकती है। संगठन के मुताबिक किसान आंदोलन से रोजगार को गंभीर नुकसान पहुंचेगा और उत्तरी राज्यों को प्रतिदिन 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हो सकता है।

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने कहा कि यदि किसान आंदोलन लंबा खींचा तो भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। उत्तरी राज्यों में मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली इससे प्रभावित होंगे। इन राज्यों के चौथी तिमाही के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) पर किसान आंदोलन का भारी असर पड़ेगा।

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