राकेश टिकैत का सरेंडर: गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ा एलान, भारी पुलिस बल मौजूद

गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं और कहा जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत सरेंडर कर सकते हैं। हालंकि राकेश टिकैत ने मंच ने बड़ा एलान किया है।

Update: 2021-01-28 13:17 GMT
26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद सरकार और किसानों के बीच तनातनी बढ़ गई। अब अचानक राकेश टिकैत पूरे आन्दोलन के नेता के रूप में सामने आ गए हैं।

लखनऊ: दो महीनों से जारी किसान आंदोलन कमजोर होता जा रहा है। चिल्ला बॉर्डर से पहले ही एक लाख किसान धरने से उठ गए और अपने घर वापस लौट गए। वहीं अब गाजीपुर बॉर्डर भी खाली कराने की तैयारी है। गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं और कहा जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत सरेंडर कर सकते हैं। हालंकि राकेश टिकैत ने मंच ने बड़ा एलान किया है।

गाजीपुर बॉर्डर से हटाए जा रहे आंदोलनकारी

दरअसल, 26 जनवरी को हुई किसान हिंसा के बाद राकेश टिकैत समेत 37 किसानों नेताओं पर नामजद केस दर्ज हुआ और उन्हें ३ दिन की नोटिस दी गयी। जिसके बाद पुलिस ने किसानों को गाजीपुर बॉर्डर खाली करने का एल्टीमेटम दिया।

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टीकैत का एलान- नहीं करुंगा सरेंडर

गुरूवार को गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती हुई। धरनास्थल पर प्रशासन की टीम भी मौजूद है। स्थानीय लोग भी यहां पर मौजूद हैं और सड़क खाली करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच राकेश टिकैत मंच पर मौजूद रहे और आंदोलन न खत्म करने पर अड़े हैं। अटकले लगी कि राकेश टिकैत सरेंडर कर सकते हैं। लेकिन इन अहवाहों को खारिज करते हुए राकेश टिकैत ने कहा - मैं सरेंडर नहीं करूँगा।

आंदोलन पर अड़े टीकैत, बोले- पुलिस धरने पर गिरफ्तारी की कोशिश में

किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारा धरना जारी रहेगा। इसके साथ ही उन्होने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटना को लेकर कहा कि जो इसके जिम्मेदार हैं उनकी कॉल डिटेल निकाली जाए।

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टीकैत की मांग- SC जांच करे लाल किले पर कौन थे

उनकी आरोप है कि यूपी पुलिस धरने पर गिरफ्तारी की कोशिश में है। जबकि सुप्रीम कोर्ट भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहरा चुका है। टीकैत ने दावा किया कि गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है। हालांकि इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है।

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