किसानों पर बड़ा ऐलान: पंजाब सरकार ने उठाया बड़ा कदम, मिलेगी नौकरी और 5 लाख
दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानून के विरोध में डटे हुए किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार से हामी भरवाने के इंतजार में लगे हुए हैं। जिसमें बीते दिनों में कई किसानों की मौत तक हो गई है। इस पर पंजाब सरकार ने उन किसानों के परिवार वालों के लिए बड़ा ऐलान किया है।
नई दिल्ली: बीते कई हफ्तों से कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। दिल्ली के बॉर्डरों पर किसान इन कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर डटे हुए हैं। इस कानून के विरोध में कई किसानों की जान तक चली गई। ऐसे में इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़ा ऐलान किया है। सीएम ने ऐलान करते हुए कहा है कि इस आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
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कई किसानों की मौत
दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानून के विरोध में डटे हुए किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार से हामी भरवाने के इंतजार में लगे हुए हैं। जिसमें बीते दिनों में कई किसानों की मौत तक हो गई है। इस पर पंजाब सरकार ने उन किसानों के परिवार वालों के लिए बड़ा ऐलान किया है।
आपको बता दें तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार की बातचीत अब तक कुछ परिणाम नहीं निकल पाया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को चिंता जताई है। लेकिन सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द ही यह गतिरोध समाप्त होगा।
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विरोध प्रदर्शन 26 नवंबर से शुरू
बता दें, किसानों का यह विरोध प्रदर्शन 26 नवंबर से शुरू हुआ था। किसान नए कृषि सुधार कानूनों की वापसी और समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन और गणतंत्र दिवस पर उनकी ट्रैक्टर रैली की योजना के मद्देनजर, हरियाणा पुलिस ने कल अपने कर्मियों की छुट्टी अगले आदेश तक रद्द करने का फैसला किया है।
ऐसे में नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान 26 जनवरी को दिल्ली के व्यस्त आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली निकालने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि इस दिन दिल्ली में बड़े स्तर पर गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम होते हैं। जिसके चलते इस बीच केंद्र और किसान यूनियनों के नेताओं के बीच आज महत्वपूर्ण बैठक होनी है।
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