रजनीकांत बोले- ईश्वर ने चाहा तो राजनीति में जाऊंगा, लेकिन पैसे कमाने वाले का साथ नहीं दूंगा
चेन्नई: सुपरस्टार रजनीकांत ने सोमवार (15 मई) को कहा, कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वकांक्षा नहीं है, लेकिन अगर ईश्वर की मर्जी हुई तो वह राजनीति में जाने के बारे में सोचेंगे। इस दौरान रजनीकांत ने दो दशक पहले अपने राजनीतिक दखल को भूल करार दिया।
रजनीकांत ने चेन्नई में अपने प्रशंसकों से कहा, 'ईश्वर ही इस बात का फैसला करते हैं कि हम जिंदगी में क्या करेंगे। फिलहाल वह चाहते हैं कि मैं एक अभिनेता रहूं और मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। अगर ईश्वर ने चाहा तो भविष्य में मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा। अगर मैं राजनीति में गया तो मैं बेहद ईमानदारी से काम करूंगा और पैसे कमाने के लिए राजनीति में आने वालों का साथ नहीं दूंगा।'
जयललिता के खिलाफ किया था प्रचार
उल्लेखनीय है कि 1996 में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान रजनीकांत ने जयललिता और उनकी राजनीति की निंदा की थी। माना जाता है कि उनकी टिप्पणियों के कारण जयललिता की बुरी तरह हार हुई थी।
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वह एक राजनीतिक दुर्घटना थी
रजनीकांत बोले, मैंने 21 साल पहले एक राजनीतिक गठबंधन का समर्थन कर भूल की थी। वह एक राजनीतिक दुर्घटना थी। उसके बाद से नेताओं ने कई जगह मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया। लेकिन मैं किसी भी पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहा।'
सिगरेट-शराब से दूर रहने की दी नसीहत
रजनीकांत ने प्रशंसकों से कहा, 'अपने परिवार और बच्चों का ध्यान रखें। सिगरेट और शराब के सेवन से अपनी जिंदगी बर्बाद न करें। इससे आपकी सेहत ही प्रभावित नहीं होती, बल्कि आपकी निर्णय लेने की क्षमता भी प्रभावित होती है। मैं खुद भी इससे बुरी तरह प्रभावित हो चुका हूं। इसलिए मेरी सलाह को गंभीरता से लें।'