अवनी चतुर्वेदी जिनकी शादी भी बनी खबर, जानिए कैसे बढ़ाया है देश का मान

अवनी चतुर्वेदी देश की पहली महिला फाइटर पायलट अब शादी के बंधन में बंध गईं। देश की पहली तीन महिला फाइटर पायलटों में एक अवनी चतुर्वेदी हैं। समलाखा निवासी फ्लाइंग लेफ्टिनेंट विनीत छिकारा के साथ मध्यप्रदेश में मंगलवार को उनका विवाह हुआ और गुरुवार को ससुराल पहुंचीं जहां नवदंपती को बधाई देने के लिए आसपास के लोग पहुंचे और उन्हें शुभकामनाएं दीं। 

Update: 2019-11-29 04:03 GMT

जयपुऱ: अवनी चतुर्वेदी देश की पहली महिला फाइटर पायलट अब शादी के बंधन में बंध गईं। देश की पहली तीन महिला फाइटर पायलटों में एक अवनी चतुर्वेदी हैं। समलाखा निवासी फ्लाइंग लेफ्टिनेंट विनीत छिकारा के साथ मध्यप्रदेश में मंगलवार को उनका विवाह हुआ और गुरुवार को ससुराल पहुंचीं जहां नवदंपती को बधाई देने के लिए आसपास के लोग पहुंचे और उन्हें शुभकामनाएं दीं।

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समालखा के वार्ड-10 निवासी हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर दयांनद छिकारा के बेटे विनीत छिकारा वायुसेना में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट हैं। मंगलवार को विनीत और अवनी का विवाह मध्य प्रदेश के रीवा में संपन्न हुआ। दुल्हन की विदाई के बाद गुरुवार को विवाहित जोड़ा समालखा पहुंचे। आस पड़ोस के लोगों ने उनका स्वागत किया। मंगल गीत गाए और नवदंपती को आशीर्वाद दिया। मध्य प्रदेश के रीवा निवासी सिंचाई विभाग के एक्सईएन दिनकर चतुर्वेदी की बेटी अवनी ने देश की पहली फाइटर पायलट बनकर नारी सशक्तीकरण का उदाहरण पेश किया है।

बता दें कि अवनि चतुर्वेदी फाइटर जेट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट है। अवनि ने अकेले मिग-21 बाइसन विमान उड़ा कर यह कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके लिए वो पहली बार गुजरात के जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी थी। इसके बाद अवनि फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बन गईं।

 

साल 2016 में अवनि चतुर्वेदी के साथ-साथ मोहना सिंह और भावना कांत को इस काम के लिए चुना गया था। बीते एक साल तक तीनों को फाइटर पायलट की ट्रेनिंग दी गई थी। इसके पहले 2016 के पहले भारतीय वासुसेना में महिलाओं को फाइटर प्लेन चलाने की अनुमति नहीं थी। मगर अनुमति मिलने के दो साल बाद ही अवनि ने पहली महिला फाइटर पायलट बन गईं।

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अवनी चतुर्वेदी शहडोल की रहने वाली हैं और उनकी स्कूलिंग यहीं हुई है। अवनि ने राजस्थान की वनस्थली यूनिवर्सिटी से बीटेक किया था। उनके पिता दिनकर प्रसाद चतुर्वेदी इंजीनियर हैं और मां हाउसवाइफ हैं। अवनि तीसरी क्लास में थी तब टीवी पर कल्पना चावला की स्पेसशिप क्रैश की खबर देखी थी। उस खबर ने उनकी मां को बहुत दुखी कर दिया था। वो टीवी स्क्रीन के सामने रो रही थीं। अवनी उनके पास गई और बोली मां आंसू मत बहाओ। वो अगली कल्पना चावला बनेगी। अब देश की पहली महिला पायलट के बाद अब एक पत्नी और बहू की जिम्मेदारी निभाने के लिए नए जीवन में प्रवेश कर गई है।

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