Fodder Scam Case: लालू यादव की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, जमानत रद्द कराने सुप्रीम कोर्ट पहुंची सीबीआई

Fodder Scam Case Update: चारा घोटाला केस में जमानत पर चल रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने उनकी जमानत रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

Update:2023-08-18 14:24 IST
Fodder Scam Case Update (Photo: Social Media)

Fodder Scam Case Update: हाल फिलहाल में राजनीति में काफी सक्रिय नजर आ रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव देश में चल रही विपक्षी एकता की कवायद के अहम चेहरों में हैं। चारा घोटाला केस में जमानत पर चल रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने उनकी जमानत रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

दरअसल, पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में झारखंड हाईकोर्ट से बेल मिली थी। जिसके बाद वे काफी समय बाद जेल से बाहर आए। अब सीबीआई ने झारखंड उच्च न्यायालय के इसी फैसले को सर्वोच्च अदालत में चुनौती देते हुए जमानत खारिज करने की मांग की है। जांच एजेंसी की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी हो गया है। 25 अगस्त को सुनवाई की तारीख तय की गई है।

सीबीआई ने याचिका में क्या कहा ?

सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई की ओर से दायर याचिका में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के जमानत को रद्द किया गया है। जांच एजेंसी ने झारखंड हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें कहा गया था कि लालू यादव पहले ही सजा का आधा हिस्सा काट चुके हैं, इसलिए वो जमानत के हकदार हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने हाईकोर्ट के इस आदेश को गलत बताते हुए कहा है कि राजद सुप्रीमो ने अपेक्षित समय जेल में नहीं बिताया है।

चारा घोटाले के लालू पर कुल पांच मामले

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर बिहार का मुख्यमंत्री रहने के दौरान करोड़ों रूपये के चारा घोटाला करने के आरोप लगे थे। उनके ऊपर इससे जुड़े पांच मामले चल रहे थे और पांचों में उन्हें दोषी ठहराया जा चुका है। लालू यादव को पांच में से चार मामलों में जमानत मिल चुकी है, जिसे सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया है।

लालू के जमानत रद्द होने पर क्या होगा ?

सियासत के माहिर खिलाड़ी लालू प्रसाद यादव खराब स्वास्थ्य होने के बावजूद जेल से बाहर आने के बाद हाल फिलहाल में काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी के कट्टर विरोधी विपक्षी एकता की कवायद के सबसे बड़े चेहरों में हैं। बताया जाता है कि सपा जैसी पार्टियों को कांग्रेस के साथ मंच साझा करने के लिए तैयार करने में उनका बड़ा योगदान है। ऐसे में अगर आम चुनाव से पहले लालू की जमानत रद्द होती है तो बिहार में महागठबंधन का मनोबल तो गिरेगा ही, साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर भी विपक्षी एकता की मुहिम को झटका लग सकता है।

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