Monsoon Session: कांग्रेस के चार लोकसभा सांसदों को पूरे सत्र के लिए किया गया निलंबित
Monsoon Session: मॉनसून सत्र का छठा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन के शुरू होते ही कांग्रेस सांसदों ने महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
Monsoon Session: मॉनसून सत्र (Monsoon Session) का छठा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन के शुरू होते ही कांग्रेस सांसदों (Congress MPs) ने महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने कांग्रेस के चार सांसदों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पूरे सत्र के लिए संसद से निलंबित कर दिया है। जिन कांग्रेस सांसदों पर कार्रवाई की गई है, उनके नाम इस प्रकार हैं – राम्य हरिदास, टीएन प्रतापन, मणिकम टैगोर और ज्योतिमणि। इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही (Proceedings of Lok Sabha) को कल यानी 26 जुलाई को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।
सदन की कार्यवाही स्थगित करने से पहले आसन की कुर्सी पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने कांग्रेस के चार सांसदों को हंगामा करने के लिए नामित किया। उन्होंने नियम 374 के तहत इन सदस्यों के निलंबन का प्रस्ताव दिया। सर्व सहमति के बाद चारों सदस्यों को पूरे सत्र के लिए संदन से निलंबित कर दिया गया।
स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष को लगाई फटकार
विपक्षी सांसदों ने सोमवार को महंगाई (Dearness) और रसोई गैस (kitchen gas) की कीमतों में बढ़ोतरी के मुद्दों पर केंद्र सरकार (Central government) से चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी की और सदन में तख्तियां दिखाईं। इससे स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए । उन्होंने विपक्षी सांसदों को फटकार लगाते हुए सदन की गरिमा बनाए रखने की बात कही। बिरला ने कहा कि ये लोकतंत्र का मंदिर है। सदन की गरिमा बनाए रखना सदस्यों की जिम्मेदारी है। सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
कांग्रेस के चार सांसद निलंबित
स्पीकर ने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि सदन में तख्तियां लाने वाले किसी भी सांसद को कार्य़वाही में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष के इन कोशिशों के बावजूद में सदन में हंगामा जारी रहा। विपक्षी सांसद महंगाई, रसोई गैसी की बढ़ी हुई कीमतों समेत अन्य मुद्दे को लेकर नारेबाजी करते रहे। इसके बाद कांग्रेस के चार सांसदों को बाकी सत्र से निलंबित कर दिय गया और कल सुबह 11 बजे तक के लिए संसद स्थगित कर दिया गया।
बता दें कि अब तक संसद के मॉनसून सत्र के छह दिन हो चुके हैं लेकिन किसी भी दिन कामकाज नहीं हो सका है। हंगामे के कारण हर दिन कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। विपक्ष महंगाई और जीएसटी जैसे मुद्दों पर संसद में सबसे पहले चर्चा करवाना चाहता है।