चीन की हालत खराब: इस देश ने लिया ये बड़ा फैसला, मुकाबले के लिए फ्रांस ने की मदद
फ्रांस और इंडोनेशिया के बीच रक्षा संबंधों की हाल में ही शुरुआत हुई है। राफेल समझौते के पहले साल 2019 में इंडोनेशियाई एयरफोर्स के लिए आठ की संख्या में एयरबस हेलीकॉप्टर H225M का सौदा हुआ था।
नई दिल्ली। फ्रांस से राफेल विमान को लेकर बड़ी खबर आ रही है। रिपोर्ट से सामने आई जानकारी में इस समझौते का खुलासा किया था। हालाकिं इस रिपोर्ट में 36 के बजाय 48 राफेल का उल्लेख था। इस रिपोर्ट में लिखा था कि जकार्ता अपने व्यापक रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए फ्रांस के साथ राफेल विमानों के समझौते को अंतिम रूप देने के लिए उत्सुक है। ऐसे में उस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस साल के आखिरी तक राफेल विमानों के समझौते पर रजामंंदी बनने की संभावना जाहिर की हैै।
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चीन सागर में नातुना द्वीप को लेकर विवाद
ऐसे में फ्रांस और इंडोनेशिया के बीच रक्षा संबंधों की हाल में ही शुरुआत हुई है। राफेल समझौते के पहले साल 2019 में इंडोनेशियाई एयरफोर्स के लिए आठ की संख्या में एयरबस हेलीकॉप्टर H225M का सौदा हुआ था। इसी कड़ी में निक्केई एशियन रिव्यू के मुताबिक, इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री पार्बोवो सुबिआंतो की अक्टूबर में पेरिस दौरे के समय इस समझौता को लेकर वार्ता हुई थी।
इसके साथ ही चीन और इंडोनेशिया के बीच दक्षिणी चीन सागर में नातुना द्वीप को लेकर विवाद है। ऐसे में सितंबर में ही इंडोनेशिया ने अपने जलीय सीमा में पहुंचे चीन के एक युद्धपोत को खदेड़ दिया था।
वहीं देशों के बीच बीते कई दिनों से बन रही विपरीत स्थितियों को देखते हुए चीन ने इंडोनेशिया के चारों ओर घेराबंदी को बढ़ा दिया था। साथ ही साउथ चाइना सी में चीन से बढ़ते खतरे को देखते हुए इंडोनेशिया लगातार अपनी सेना को मजबूत कर रहा है। चीन से इंडोनेशिया अपनी सुरक्षा करने में लगा हुआ है।
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