तिलमिला रहा चीन: इसलिए कर रहा ऐसी हरकतें, सामने आई सबसे बड़ी वजह

दिन-प्रति-दिन पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में तनातनी बढ़ती ही जा रही है। भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के बाद से माहौल काफी तनावग्रस्त हो गया है।

Update: 2020-06-21 09:57 GMT

नई दिल्ली : दिन-प्रति-दिन पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में तनातनी बढ़ती ही जा रही है। भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के बाद से माहौल काफी तनावग्रस्त हो गया है। एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर हालातों को देखते हुए चौकसी और बढ़ा दी गई है। साथ ही चीन की किसी भी चाल से निपटने के लिए बॉर्डर पर जवानों और भारी हथियारों की संख्या बढ़ाई गई है।

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इसी सड़क से काफी परेशानी

ऐसे में बीते दिनों हुई झड़प की मुख्य वजह एक सड़क है। येे लेह और दौलत बेग ओल्डी को जोड़ने के लिए बन रही सड़क है। इस हिसाब से 17 हज़ार फीट से भी ज़्यादा ऊंचाई पर बन रही सड़कों के अलग-अलग हिस्सों के बारे में जानकारी हासिल की गई है।

तो अब चीन को भारत द्वारा बनायी जा रही इसी सड़क से काफी परेशानी है। 16वीं शताब्दी के रेशम मार्ग पर पड़ने वाले दौलत बेग ओल्डी तक इस सड़क का बनना भारत के लिए बहुत जरूरी है। दौलत बेग ओल्डी में भारत के लिए सामरिक रूप से एक महत्वपूर्ण हवाई पट्टी है।

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बड़े टकराव की असली वजह

यहां पहाड़ों के बीच ये रास्ता बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइज़ेशन यानी बीआरओ बना रहा है और चीन के आक्रामक रुख की वजह यही सड़क है। भारत जब भी अपने क्षेत्र में इस तरह का रणनीतिक निर्माण करता है तो चीन कूटनीतिक चालों का शिकार हो जाता है और यही बड़े टकराव की असली वजह बन जाती है।

चीन के इस भयावह रूतबे की जड़ में भारत का यही अभूतपूर्व सड़क प्रोजेक्ट है। LAC (एलएसी) के साथ ऐसी सड़क के निर्माण से भारत की स्थिति पहले से काफी ज्यादा मज़बूत हो जाएगी। वहीं भारत ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की आखिरी तिथि 2022 रखी है।

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