Gangster Goldie Brar: कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी गोल्डी बरार आतंकी घोषित

Gangster Goldie Brar: लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार कनाडा में बैठे-बैठे हरियाणा और पंजाब में अपराधों को अंजाम देता है। गोल्डी भगोड़े हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा और लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है।

Update:2024-01-01 18:00 IST

गैंगस्टर गोल्डी बरार आतंकी घोषित: Photo- Social Media

Gangster Goldie Brar: गैंगस्टर गोल्डी बरार को आतंकी घोषित किया गया है। भारत सरकार ने गोल्डी बरार को आतंकवादी घोषित किया है। यूएपीए के तहत गोल्डी बरार को केंद्र ने आतंकी घोषित किया है। गोल्डी कनाडा में रहता है और वह वहीं से अपनी गतिविधियों को भारत में संचालित करता है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ कनाडा में बैठे-बैठे हरियाणा और पंजाब में अपराधों को अंजाम देता है। गोल्डी भगोड़े हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा और लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है।

गैंगस्टर गोल्डी बरार के खिलाफ केंद्र सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। कनाडा में रहकर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाले गैंगस्टर गोल्डी बरार को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवादी घोषित किया गया है। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई दाहिना हाथ कहे जाने वाले गोल्डी को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का मास्टरमाइंड माना जाता है। उसके इशारे पर ही बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी। गोल्डी बरार 2021 में भारत से कनाडा भाग गया था। उसके बाद से ही वह कभी कनाडा तो कभी अमेरिका में रहकर वह भारत में आपराधिक और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। कनाडा से ही वह एक मॉड्यूल के जरिए भारत के पंजाब सहित कई राज्यों में वारदातें करवाता है।

भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन में गोल्डी बरार को आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से संबद्ध बताया गया है। गोल्डी बरार फिलहाल कनाडा के ब्राम्पटन में रह रहा है। वहां खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ जुड़कर भारत विरोधी कार्य कर रहा है।

एनआईए ने तैयार की है एक लिस्ट

विदेशों में बैठकर संचालित किए जा रहे गैंग्स की लंबी जांच पड़ताल के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने एक लिस्ट तैयार की है। इसमें करीब 28 बड़े कुख्यात गैंगस्टरों के नाम शामिल किए गए हैं, जो कि भारत की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। इस लिस्ट को केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंप दिया गया है। ये गैंगस्टर पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान सहित कई राज्यों में बड़े आपराधिक मामलों को अंजाम दे रहे हैं। इतना ही नहीं देश विरोधी गतिविधियों में भी शामिल हैं। कुछ दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने एक अन्य गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को भी आतंकी घोषित किया था, जिसका संबंध आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिला था। गोल्डी के भी उसके साथ सीधे लिंक मिले हैं।

गुर्गे ड्रोन के जरिए हथियारों और ड्रग्स की करते हैं तस्करी

लांडा पाकिस्तान में रह रहे एक खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ काम करता है। उसके खिलाफ पंजाब के मोहाली और तरन तारन में रॉकेट हमलों की साजिश रचने के साथ ही करीब 20 से अधिक मामलों में केस दर्ज हैं। उसने साल 2022 में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के मुख्यालय और तरन तारन के सरहाली थाने पर रॉकेट से अटैक करवाया था। फिलहाल वो कनाडा के अल्बर्टा शहर में रह रहा है। आतंकी लखबीर सिंह लांडा साल 2017 में खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के सहयोग से भारत से फरार हुआ था। कनाडा जाने के बाद वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में आया। उनके इशारे पर पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी करके हिंदुस्तान लाने लगा। पंजाब बॉर्डर पर इसके गुर्गे ड्रोन के जरिए हथियारों और ड्रग्स की तस्करी करते हैं। आईईडी जैसे खतरनाक एक्सप्लोसिव डिवाइस सीमा पार से लाते हैं। इनका इस्तेमाल आतंकी वारदातों के लिए किया जाता है। गृहमंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन में गोल्डी बरार के बारे में भी लिखा गया है कि वो सीमा पार से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी करता है।

कौन है गैंगस्टर गोल्डी बरार?

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार कनाडा में बैठे-बैठे देश के हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में अपराधों को अंजाम देता है। गोल्डी बरार देश की एजेंसियों के निशाने पर है। वह मूल रूप से मुक्तसर साहिब का रहने वाला है। उसका जन्म 1994 में हुआ था। वह बीए ग्रेजुएट है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर आए दिन नए-नए कारनामे करता रहता है।

आखिर सतिंदरजीत कैसे बना गोल्डी?

सतिंदरजीत सिंह के चचेरे भाई गुरलाल बरार की चंडीगढ़ में एक डिस्क के बाहर हत्या कर दी गई थी। गुरलाल बरार लॉरेंस बिश्नोई का करीबी था। बाद में बिश्नोई गैंग ने गुरलाल बरार की हत्या का बदला लेने के लिए युवा कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या कर दी। इस हत्याकांड में सतिंदरजीत सिंह का नाम भी सामने आया। इसके बाद वह स्टूडेंट वीजा पर कनाडा भाग गया। इस मामले में फरीदपुर की एक कोर्ट ने बरार के खिलाफ ओपन एंडेड गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। भारत से भागने के बाद सतिंदरजीत सिंह ‘गैंगस्टर गोल्डी बरार’ बन गया और तब से अब तक वह कनाडा में बैठे-बैठे ही भारत में तमाम अपराधों को अंजाम देता है।

अब गोल्डी बरार को भारत सरकार ने आतंकी घोषित कर दिया है।

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