मोदी सरकार ने उठाया बड़ा कदम, वैक्सीन के लिए दिए सैकड़ों करोड़
जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डॉक्टर रेणु स्वरूप ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम केयर्स फंड से 100 करोड़ रुपये कल ही जारी किए गए हैं।
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। आए दिन देश में कोरोना संक्रमितों इ संख्या में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब तक 78 हजार के जा चुकी है। वहीं देश में इस वायरस से अब तक 2549 लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में सरकार की ओर लोगों को राहत प्रदान करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सर्कार आए दिन कोई न कोई एलान कर रही है। अब सरकार की ओर से कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए पीएम-केयर फंड से 100 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
पीएम केयर फंड ने दी 100 करोड़ की राशि
पूरी दुनियाभर के वैज्ञानिक और डॉक्टर्स वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। इसी कड़ी में भारत में तेजी बढ़ते इस वायरस के प्रकोप के चलते भारत में भी कई वैज्ञानिक और डॉक्टर्स कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में लगे हैं। भारत में इस वायरस की वैक्सीन तैयार करने के लिए भारत सरकार की ओर से कोविड-19 के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए ही इकट्ठा किए गए पीएम केयर फंड में से 100 करोड़ रूपए आवंटित किए गए हैं। जिससे की भारत में शीघ्र ही इस वायरस से निजात पाने की वैक्सीन तैयार की जा सके।
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जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अनुसार शैक्षणिक संस्थानों, उद्योग और स्टार्ट-अप्स के तहत भारत में 25 टीकों के विकास पर काम चल रहा है। ये राशि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन की देखरेख में ही आवंटित की जाएगी। जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डॉक्टर रेणु स्वरूप ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम केयर्स फंड से 100 करोड़ रुपये कल ही जारी किए गए हैं। हम अगले कुछ दिनों के अंदर ही इसके उपयोग करने की रूपरेखा तैयार कर लेंगे। डॉक्टर रेणु ने कहा कि जो भी कंपनी स्वदेशी टीका बनाने की ओर अपना कदम रखेगी उसे ही इस फंड का लाभ मिल सकेगा।
10 टीका परियोजानओं DBT और BIRAC की ओर से की जा रही मदद
डॉक्टर रेणु स्वरूप ने जानकारी प्रदान की कि करीब 10 टीका परियोजानओं को डीबीटी-बीआईआरएसी (जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद) संघ की ओर से मदद की जा रही है। हालांकि अभी तक ये तय नहीं किया जा सकता है कि ये परियोजनाएं पीएम केयर्स फंड के पैसे के लिए योग्य होंगी या नहीं।
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उन्होंने बताया कि अभी तक जितनी की परियोजनाओं पर काम चल रहा है उसे बीआईआरएसी की ओर से मदद दी जा रही है। इसलिए अभी यह कह पाना थोड़ा मुश्किल है कि क्या इन परियोजनाओं को भी पीएम केयर्स फंड से मिली राशि का कुछ हिस्सा दिया जाएगा या नहीं। हालांकि देश में 10 कंपनियों के अलावा भी कई शोध संस्थान हैं जो कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं।