पाक की नापाक हरकत: मुंबई अटैक के दरिंदों की प्रार्थना सभा, लश्कर कर रहा आयोजन
12 साल पहले मुंबई पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर पाकिस्तान में एक और नापाक हरकत की तैयारी की गई है। मुंबई अटैक की बारहवीं बरसी पर पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का मुखिया हाफिज सईद कसाब समेत मारे गए 10 आतंकियों के लिए प्रार्थना सभाओं का आयोजन करवा रहा है।
नई दिल्ली: आतंकियों के प्रति पाकिस्तान की हमदर्दी से पूरी दुनिया वाकिफ है। 12 साल पहले मुंबई पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर पाकिस्तान में एक और नापाक हरकत की तैयारी की गई है। मुंबई अटैक की बारहवीं बरसी पर पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का मुखिया हाफिज सईद कसाब समेत मारे गए 10 आतंकियों के लिए प्रार्थना सभाओं का आयोजन करवा रहा है।
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मस्जिदों में होंगी प्रार्थना सभाएं
12 साल पहले 26 नवंबर, 2008 को लश्कर के आतंकियों ने मुंबई में आतंकी हमला करके हर किसी को दहला दिया था। इस हमले में करीब 170 लोग मारे गए थे। इस हमले की बरसी पर लश्कर-ए-तैयबा के राजनीतिक मोर्चा जमात-उद-दावा की ओर से मस्जिदों में मारे गए आतंकियों के लिए विशेष प्रार्थनाएं की जाएंगी। हाफिज सईद की अगुवाई वाले जमात-उद-दावा की ओर से पाकिस्तान के पंजाब स्थित साहिवाल शहर में भी प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है।
सुरक्षाबलों ने की थी त्वरित कार्रवाई
मुंबई में आतंकी हमलों के बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई की थी और लश्कर के 9 हथियारबंद आतंकवादियों को मार गिराया था। इस हमले में शामिल एक आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था जिसे कानूनी प्रक्रिया के बाद 21 नवंबर 2012 को फांसी दी गई थी। लश्कर-ए-तैयबा का मुखिया हाफिज सईद इस आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था और भारत की तमाम मांगों के बावजूद पाकिस्तान की ओर से अभी तक इस दुर्दांत आतंकी को भारत को नहीं सौंपा गया है।
माहौल बिगाड़ने में जुटा है लश्कर
लश्कर-ए-तैयबा अभी भी कश्मीर में हालात खराब करने की कोशिश में जुटा हुआ है और बीच-बीच में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में लगा हुआ है। हालांकि घाटी में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी काफी सक्रिय हैं और सुरक्षा एजेंसियों ने हाल के दिनों में आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए काफी संख्या में आतंकियों को मार गिराया है।
लश्कर के जिहाद विंग के मुख्य ऑपरेशनल कमांडर और प्रमुख जकीउर रहमान लखवी ने हाल में हाफिज सईद से मुलाकात भी की थी। खुफिया सूचनाओं के मुताबिक जिहाद के लिए पैसा इकट्ठा करने के लिए यह मीटिंग की गई थी।
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खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान की जमीन से आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है। भारत की ओर से इस बाबत पुख्ता जानकारी देने के बावजूद पाकिस्तान लगातार इस बात से इनकार करता रहा है। हालांकि भारत की एजेंसियों ने कई भारत पाकिस्तान की पोल खुली है मगर पाकिस्तान इस बात को मानने को नहीं तैयार है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत समय-समय पर पाकिस्तान की पोल खोलता रहा है मगर पाकिस्तान हमेशा सच्चाई से इनकार करता रहा है।
हमले से दहल उठी थी मायानगरी
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले के बाद भी भारत की ओर से पाक आतंकियों के शामिल होने के पर्याप्त सबूत दिए गए थे मगर पाकिस्तान का कहना था कि सईद और अन्य लोगों के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं दिए गए हैं। पाक से आए आतंकियों की ओर से की गई फायरिंग के दौरान मायानगरी में करीब 160 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मुंबई के लोग आज भी उस हमले की याद करके दहल उठते हैं। जांच एजेंसियों की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ था कि आतंकी कराची से नाव के रास्ते मुंबई में घुसे थे और फिर बाद में उन्होंने मुंबई पर हमला बोला था।
अंशुमान तिवारी