Haldwani Violence Update: हल्द्वानी में जनजीवन अब सामान्य, बनभूलपुरा से भी हटा कर्फ्यू

Haldwani Violence Update: इलाके की स्थिति का अवलोकन कर डीएम वंदना सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया। शहर के अन्य इलाकों से कुछ दिनों पहले ही कर्फ्यू हटा लिया गया था।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2024-02-20 06:28 GMT

Haldwani Violence Update   (photo: social media )

Haldwani Violence Update: देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में अब जनजीवन पूरी तरह से पटरी पर लौट आया है। हालात पूरी तरह से सामान्य हो गए है। हिंसा का एपिसेंटर रहे शहर के बनभूलपुरा इलाके से भी कर्फ्यू को आज यानी मंगलवार 20 फरवरी को हटा लिया गया है। इलाके की स्थिति का अवलोकन कर डीएम वंदना सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया। शहर के अन्य इलाकों से कुछ दिनों पहले ही कर्फ्यू हटा लिया गया था।

हल्द्वानी बनभूलपुरा क्षेत्र 8 फरवरी को हुई जबरदस्त हिंसा को लेकर खबरों में था। मामला इतना गंभीर था कि पड़ोसी यूपी के सीमावर्ती जिलों में भी सांप्रदायिक तनाव बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो गया था। यहां तक की कुछ विपक्षी सांसदों ने मामले को संसद में भी उठाया था। हालांकि, उत्तराखंड प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए घटना को हल्द्वानी से बाहर फैलने नहीं दिया।

सोमवार को 10 और उपद्रवी हुए गिरफ्तार

बनभूलपुरा में बवाल करने वाले असामाजिक तत्वों की धरपकड़ जारी है। घटना के दिन रात के अंधेरे का फायदा उठाकर कई उपद्रवी मौके से फरार हो गए थे, जिनकी तलाश के लिए पुलिस की विभिन्न टीमें आसपास के राज्यों में भी भेजी गईं। सोमवार को नैनीताल पुलिस ने 10 और फरार उपद्रवियों को पकड़ा। अब तक कुल 68 आरोपी इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हालांकि, मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसका बेटा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद मीणा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में अरबाज नामक शख्स भी है, जिसने पेट्रोल बम बनाने के लिए कथित रूप से सामग्री की आपूर्ति की थी। उसके पास से नौ लीटर पेट्रोल जब्त किया गया है। उपद्रवियों ने वारदात के दिन पेट्रोल बमों से पुलिसकर्मियों और नगर निगम के कर्मियों को निशाना बनाया था। अभी तक 16 नामजद आरोपियों में से 12 की गिरफ्तारी हो चुकी है, शेष की तलाश जारी है।

क्या हुआ था 8 फरवरी को ?

8 फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में नगर निगम और पुलिसकर्मियों की टीम अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने पहुंची थी। बुलडोजर से जैसे ही मस्जिद और मदरसे को जमींदोज किया गया, वहां हिंसा भड़क गई। आरोप है कि स्थानीय लोगों के साथ मिलकर उपद्रवियों ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों पर हमला कर दिया। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने पर हमला कर वहां से हथियार और गोला-बारूद भी लूट लिए। पुलिस को हालात को नियंत्रित करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें छह लोग मारे गए।

वहीं, हिंसा में करीब 300 लोग जख्मी हुए, जिसमें 100 से अधिक पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी शामिल हैं। हिंसा के अगले दिन डीएम वंदना सिंह ने बताया कि हमला सुनियोजित था। पहले से ही ईंट-पत्थर और अन्य हथियार जमा करके रखे गए थे कि जिस दिन ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी, उस दिन हमला किया जाएगा।

बता दें कि बनभूलपुरा में जिस जगह मस्जिद और मदरसे को ध्वस्त किया गया, वहां राज्य सरकार नया थाना बनाने का निर्णय लिया है। वहीं, घटना की मजिस्ट्रेट जांच भी हो रही है। पुलिस ने घटना के दिन थाने से लूटे गए हथियार और गोला-बारूद उपद्रवियों से बरामद कर लिए हैं।

Tags:    

Similar News