Haryana Nuh Violence: ‘खून गरम रखना पड़ेगा‘, हिंदू महापंचायत में गोरक्षा दल के नेता की भड़काऊ बयानबाजी, फिर गरमाया माहौल
Haryana Nuh Violence: पलवल में हिंदू समाज की महापंचायत में भड़काऊ बयानबाजी का मामला सामने आया है। बैठक में हथियार उठाने का आह्वान किया गया और सरकार से हथियारों के लाइसेंस जारी किए जाने की मांग उठाई गई। गोरक्षक दल से जुड़े सदस्य ने कहा, ‘आज करो या मरो की स्थिति है।‘
Haryana Nuh Violence: हरियाणा के पलवल में रविवार को हुई हिंदू महापंचायत में हरियाणा के गोरक्षक दल के नेता आचार्य आजाद शास्त्री ने भड़काऊ और विवादित बयान देकर माहौल को गरमा दिया है। उन्होंने हरियाणा सरकार से हथियारों के लाइसेंस दिए जाने की वकालत की। नूंह में जिस तरह से उपद्रवियों ने हिंसा की थी उससे पुलिस के भी छक्के छुट गए थे। नूंह हिंसा की आग में आसपास के जिलों में भी लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ गया था। अब धीरे-धीरे माहौल शांत हो रहा था कि इसी बीच, रविवार को पलवल में आयोजित हिंदू महापंचायत में हरियाणा के गोरक्षक दल के नेता आचार्य आजाद शास्त्री ने भड़काऊ और विवादित बयान देकर माहौल को फिर से गरमा दिया है।
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उन्होंने हरियाणा सरकार से हथियारों के लाइसेंस दिए जाने की वकालत करते हुए कहा- हमें यह तुरंत सुनिश्चित करना चाहिए कि मेवात में 100 हथियारों के लाइसेंस दिए जाएं। बंदूकों के नहीं, बल्कि राइफलों के लाइसेंस मिलना चाहिए। क्योंकि राइफलें लंबी दूरी तक फायरिंग कर सकती हैं। यह करो या मरो की स्थिति है। उन्होंने कहा, युवाओं को कह रहा हूं, खून को गरम रखना पड़ेगा। इस देश का विभाजन हिंदू और
मुसलमानों के आधार पर हुआ था। ‘आज आपको जागना होगा...‘
आचार्य आजाद शास्त्री ने आगे कहा, गांधीजी के कारण ही ये मुसलमान मेवात में रुके रहे। हमें एफआईआर से नहीं डरना चाहिए। मेरे खिलाफ भी एफआईआर हैं, लेकिन हमें डरना नहीं चाहिए। आपको जागना होगा।
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नूंह बॉर्डर से सटे इलाके में महापंचायत
यह हिंदू महापंचायत नूंह की सीमा से सटे पलवल जिले के पोंडरी गांव में हो रही है। मौके पर भारी सुरक्षा व्यवस्था है। पुलिस की ओर से पूरी बैठक की रिकॉर्डिंग की जा रही है। बता दें कि 31 जुलाई को नूंह में उस समय हिंसक भड़क गई थी, जब हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद की तरफ से बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान हुए पथराव और बवाल में दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोगों की मौत हो गई थी और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए थे।
नूंह में परमिशन नहीं मिली, इसलिए पलवल में बैठक-
अब माहौल में शांति के बाद ब्रजमंडल यात्रा को फिर से शुरू करने की तैयारियों पर चर्चा के लिए पलवल में एक महापंचायत बुलाने का निर्णय लिया गया। पहले यह बैठक नूंह में प्रस्तावित थी, लेकिन मंजूरी नहीं मिलने से स्थान बदला गया है। पलवल के एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि कई शर्तों पर अनुमति दी गई है। भड़काऊ भाषण पर रोक लगाई गई है। हमारी टीम हर व्यक्ति पर नजर रखेगी और किसी भी गलत हरकत पर लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
‘फिर यात्रा निकालने की तैयारी‘-
शुक्रवार को विहिप विभाग के मंत्री देवेंदर सिंह ने एक न्यूज एजेंसी को बताया था कि सभी हिंदू संगठनों ने 28 अगस्त को यात्रा पूरी करने का फैसला किया है। उम्मीद है कि यात्रा शांति और उत्साह के साथ पूरी होगी। 31 जुलाई को नूंह जिले के नंदगांव के पास यात्रा को रोक दिया गया था।
‘मोनू मानेसर के यात्रा में शामिल की अफवाह फैली थी‘-
गोरक्षकों और भिवानी मौत मामले के आरोपी मोनू मानेसर के मेवात जाने की खबरों पर झड़प होने की बात सामने आई थी। इस दौरान उपद्रवियों ने वाहनों को आग लगा दी और पथराव किया था। इस साल फरवरी में नासिर और जुनैद की मौत पर दर्ज एफआईआर में मोनू मानेसर का नाम था। नासिर और जुनैद के जले हुए शव हरियाणा के भिवानी जिले में एक बोलेरो में मिले थे। हालांकि, वहीं मोनू मानेसर का दावा है कि वो इस यात्रा में शामिल नहीं हुआ था।