Haryana Violence: नूंह हिंसा में मुस्लिम इंजीनियर बना 'भगवान', ऐसे बचाई 35 हिंदुओं की बचाई जान
Haryana Violence: नूहं हिंसा की आग हरियाणा के अन्य जिलों तक पहुंच गई है। गुरुग्राम फरीदाबाद, पलवल समेत कई अन्य जिलों में हाई अलर्ट है। लेकिन, इस बीच नूंह हिंसा के दौरान एक मुस्लिम इंजीनियर की चर्चा हो रही है।
Haryana Violence: नूहं हिंसा की आग हरियाणा के अन्य जिलों तक पहुंच गई है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल समेत कई अन्य जिलों में हाई अलर्ट है। लेकिन, इस बीच नूंह हिंसा के दौरान एक मुस्लिम इंजीनियर के कार्य की चर्चा हो रही है। दावा किया जा रहा है कि एक मुस्लिम इंजीनियर ने अपनी सहयोगियों की मदद से जान पर खेलकर बंधकर बनाए गए 35 हिंदुओं को बचा लिया है। मुस्लिम इंजीनियर की बहादुरी की चर्चा नूंह जिले ही नहीं पूरे देश में हो रही है।
मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात थे इंजीनियर
जानकारी के मुताबिक पुन्हाना के गांव मुबारिकपुर निवासी इंजीनियर आबिद हुसैन की वर्तमान समय में तैनाती तावडू मे हैं। 31 जुलाई को उनकी ड्यूटी बृजमंडल यात्रा के लिए मजिस्ट्रेट के तौर पर लगाई गई थी। वह इंस्पेक्टर ओमबीर के साथ नूंह बसड्डे पर खड़े हुए थे। इसी दौरान उन्हे सूचना मिली की कुछ असामाजिक तत्वों ने यात्रा में शामिल लोगों को बंधक बना लिया और उन्हे एक धार्मिक स्थल में बंद कर दिया है।
इंजीनियर आबिद हुसैन ने बताया कि सूचना मिलते ही वह इंस्पेक्टर ओमबीर और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे उनके पहुंचते ही उपद्रवी पथराव और फायरिंग करने लगे। साथ ही बंधक बनाए गए लोगों के साथ मारपीट भी करने लगे। उन्होने कहा कि ये सब देखकर वह बंधक बनाए गए लोगों के बचाने के लिए बीच में कूद गए। साथ ही उन्होने मौजूद पुलिस अधिकारियों को उपद्रवियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दे दिया। पुलिस की सख्ती के बाद सभी उपद्रवी मौके से भाग गए। उन्होने कहा कि अगर कुछ मिनटों की देरी हो जाती तो कई निर्दोष लोगों की जान चली जाती। उन्होने कहा कि 35 लोगों की जान उन्होने बचा ली।
आबिद हुसैन ने बताया कि वह पब्लिक हेल्थ विभाग में उनकी तैनाती है। वह इंसानियत पर भरोसा करते हैं। उपद्रवियों में किसी प्रकार की इंसानियत नहीं होती है। ऐसे उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होने कहा कि नूंह सहित पूरे देश में शांति और सौहार्द कायम रहना चाहिए।