बॉर्डर पर कांपा चीन: भारतीय सेना युद्ध को हुई तैयार, बन रहा एडवांस लैंडिंग ग्राउंड

हिमाचल से लगती हुई 240 किलोमीटर लंबे बॉर्डर पर लाहौल-स्पीति जिले में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तैयार होंगे। ऐसे में केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए हिमाचल सरकार से जमीन तलाशने के निर्देश दिए हैं।

Update:2020-11-05 13:08 IST
हिमाचल से लगती हुई 240 किलोमीटर लंबे बॉर्डर पर लाहौल-स्पीति जिले में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तैयार होंगे। ऐसे में केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए हिमाचल सरकार से जमीन तलाशने के निर्देश दिए हैं।

नई दिल्ली। चीनी सेना के बढ़ते हस्तक्षेप के चलते हिमाचल से लगती हुई 240 किलोमीटर लंबे बॉर्डर पर लाहौल-स्पीति जिले में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तैयार होंगे। ऐसे में केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए हिमाचल सरकार से जमीन तलाशने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा कि जमीन चिह्नित होने के बाद रक्षा मंत्रालय उनका निरीक्षण कर उन्ही स्थानों पर लैंडिंग ग्राउंड तैयार करेगा। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि जहां सामान्य समय में नागरिक उड्डयन, युद्ध की स्थितियां बनने पर भारतीय सेना इसका इस्तेमाल कर सकेगी।

ये भी पढ़ें... इस दिवाली बनें लखपति: 1 रुपए से होंगे मालामाल, जल्दी करें कहीं देर न हो जाए

जिले की लंबी सीमा चीन के साथ लगती

ऐसे में डीजीपी(DGP) संजय कुंडू ने पुष्टि करते हुए बताया कि रक्षा मंत्रालय ने स्पीति में इसके लिए हिमाचल को जमीन तलाशने को कहा है। दरअसल, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले की करीब 240 किलोमीटर से ज्यादा लंबी सीमा चीन के साथ लगती है।

दरअसल लद्दाख के गलवां में चीन के साथ भारतीय सेना की खूनी झड़प के बाद चीनी एयरफोर्स ने लाहौल-स्पीति के समदो में आठ किलोमीटर अंदर तक उड़ान भरने का दुस्साहस किया था। चीन की इस हिमाकत के बाद हिमाचल के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने इन सुदूरवर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए डीजीपी संजय कुंडू को पुलिस अधिकारियों की एक टीम भेजने को कहा था।

फोटो-सोशल मीडिया

ये भी पढ़ें...मौसम का हाई-अलर्ट: इन राज्यों के लिए जारी हुई चेतावनी, ऐसे रखें खुद को सुरक्षित

मूलभूत ढांचा निर्माण की सिफारिश

ऐसे में 6 आईपीएस(IPS) अधिकारियों की टीम बॉर्डर से लगे हुए अलग-अलग इलाकों में भेजी गई हैं। जिन्होंने स्थानीय लोगों, खुफिया एजेंसियों और जिला प्रशासन से फीडबैक लेकर एक प्रस्तुति राज्यपाल को राजभवन में दी है। साथ ही बताया गया कि एडवांस पोस्ट के इलाकों में किसी आपात स्थिति में सेना के उतरने के लिए व्यवस्था तक नहीं थी और स्थानीय लोग भी इससे बेहद चिंतित थे।

इसके बाद राज्यपाल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दो पत्र लिखकर इस सीमांत क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मूलभूत ढांचा निर्माण की सिफारिश समेत 12 विभिन्न बिंदुओं पर काम करने की बात की थी। वहीं रक्षा मंत्री ने उनकी सिफारिशों को मानते हुए इन क्षेत्रों में सड़क, मोबाइल नेटवर्क व सेना की नफरी बढ़ाने जैसे दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

ये भी पढ़ें...अभी-अभी बड़ा हादसा, 5 लाशें बरामद, 15 की हालत नाजुक, नाव पर 100 यात्री थे सवार

Tags:    

Similar News