नहीं रुकेगा भयानक मंजर: तेजी से आ रही ये तबाही, दोपहर में होगा आंखों के सामने

ये अम्फान तूफान बंगाल, ओडिशा, सिक्किम, असम, मेघालय, केरल, कर्नाटक, बिहार तक अपना प्रभाव दिखा सकता है। ऐसे में उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी अलर्ट जारी किया गया है। तूफान से पहले बंगाल और ओडिशा में तेज हवाएं और बारिश शुरू हो गई है।

Update: 2020-05-20 07:51 GMT

नई दिल्ली। विनाशकारी चक्रवाती तूफान अम्फान जिससे पूरे देश में डर का माहौल छाया हुआ है वो आज 20 मई की दोपहर देश के कई तटीय राज्यों से टकरा सकता है। साथ ही ये भी माना जा रहा है कि ओडिशा और बंगाल के इलाकों तक दोपहर 2 बजे के करीब पहुचेंगा। साइक्लोन अम्फान इस सदी का सबसे बड़ा और भीषण भयावह तूफान है। इसके कारण इसके रास्ते में आने वाले सभी राज्य अलर्ट पर हैं।

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तेज हवाएं और बारिश शुरू

तूफान से पहले बंगाल और ओडिशा में तेज हवाएं और बारिश शुरू हो गई है। इससे पहले 15 मई को विशाखापट्टनम से 900 किलोमीटर दूर दक्षिणी बंगाल की खाड़ी की कम दबाव और गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र बनना शुरू हुआ था। 17 मई को जब अम्फान दीघा से 1200 किलोमीटर दूर था, तब यह साइक्लोन में बदल गया।

इसके बाद 18 मई की शाम अम्फान तूफान सुपर साइक्लोन में बदल गया। मंगलवार दोपहर को इसकी गति 200-240 किमी प्रतिघंटा की हवाओं के साथ चरम तक पहुंच गया है। यहीं पर यह सदी का सबसे बड़ा और भयानक तूफान बन गया।

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पिछले आए तूफानों के रिकॉर्ड 1890 से इकठ्ठा किए जा रहे हैं। 130 वर्षों में सिर्फ चार बार (1893, 1926, 1930, 1976) में 10 बार चक्रवाती तूफान आए। इसमें से सबसे ज्यादा 66 तूफान 70 के दशक में आए। सन् 1967 के बाद सबसे ज्यादा 9 तूफान बीते साल आए थे।

तटीय इलाकों में अलर्ट जारी

बता दें तूफान अम्फान का नाम सन् 2004 में ही तय हो गया था। उत्तरी हिंद महासागर में आने वाले तूफानों के लिए 64 नामों में से 63 नामों का उपयोग हो चुका है। सिर्फ अम्फान ही बचा था। तूफान के इस नाम का संबंध थाईलैंड से है। इसे उसे देश की शब्दावली से बनाया गया है।

वहीं बुधवार की सुबह से ही ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज़ हवाएं चलने की वजह से पेड़ों को उखड़ते हुए भी देखा जा रहा है। इसके साथ ही समुद्र के पास ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से लगातार लोगों से तटीय इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है और तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।

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ओडिशा के तटीय इलाकों में अम्फान तूफान की स्थिति को देखते हुए कई शेल्टर कैंप भी स्थापित किए गए हैं। अभी तक राज्य में करीब 1700 से अधिक शेल्टर कैंप लगाए गए हैं, जिसमें एक लाख से अधिक लोगों को रखा गया है।

दो लाख से अधिक लोग

इसके साथ ही दोनों राज्यों में NDRF (एनडीआरएफ) की 40 से अधिक टीमें तैनात की गई हैं। तटीय इलाकों सेदो लाख से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है।

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भयंकर प्रभाव दिखा सकता

वहीं समुद्र में मछुआरों के जाने पर रोक लगा दी गई है। एनडीआरएफ के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। इससे पहले मंगलवार रात से कई इलाकों में तेज़ बारिश और हवाएं चल रही हैं। जिससे तूफान आने की संभावनाएं तेज होती जा रही हैं।

ये अम्फान तूफान बंगाल, ओडिशा, सिक्किम, असम, मेघालय, केरल, कर्नाटक, बिहार तक अपना प्रभाव दिखा सकता है। ऐसे में उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही बंगाल में मिदनापुर, नॉर्थ-साउथ परगना, कोलकाता, हावड़ा में अम्फान अपना भयंकर प्रभाव दिखा सकता है।

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