प्रकाश जावड़ेकर- 2019 से आधा होगा CBSE का सिलेबस, छात्रों पर कम होगा बोझ
स्कूलों में पढ़नें वाले स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छी खबर आ रही है। मानव संसाधन एवं विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कहा कि वर्तमान एनसीईआरटी स्कूल सिलेबस 2019 के सत्र से आधा हो जाएगा।
नई दिल्ली: स्कूलों में पढ़नें वाले स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छी खबर आ रही है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने छात्रों को राहत देते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। मानव संसाधन एवं विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कहा कि वर्तमान एनसीईआरटी स्कूल सिलेबस 2019 के सत्र से आधा हो जाएगा।
एक चैनल को दिए एक इंटरव्यू में जावड़ेकर ने कहा कि छात्रों के सिर से काम का बोझ कम करने की आवश्यकता है। वर्तमान में आर्ट्स और कॉमर्स स्टूडेंट्स का सिलेबस अंडरग्रैजुएट सिलेबस से भी अधिक है।
इसलिए है जरूरत
प्रकाश जावड़ेकर ने सेलेबस को कम करने का कारण बताते हुए कहा कि 1 से 12 तक की कक्षाओं का सेलेबस बीए और बी.कॉम के कोर्स से भी ज्यादा है और इसे कम करके आधा किए जाने की जरूरत है। जिससे सर्वांगीण विकास के लिए छात्रों को पूरा समय मिल सके।
फेल छात्र को मिलेगा मौका
जावड़ेकर ने कहा बिना परीक्षा के कोई लक्ष्य नहीं रहता। अच्छे नतीजों के लिए प्रतियोगिता की भावना से तैयारी करना बेहद जरूरी है। वहीं अगर कोई छात्र मार्च में फेल होता है तो उसे मई में एक और अवसर मिलेगा। दो बार मौके देने के बाद अगर छात्र फेल हो जाता है, तो उसे उसी कक्षा में रोक लिया जाएगा।
टीचर्स की खराब क्वालिटी पर चिंता
जावड़ेकर ने टीचर्स की खराब क्वॉलिटी पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इसी कारण कई बार खराब नतीजे आते हैं। उन्होंने कहा, 'शिक्षक का पहला काम छात्रों तक अपनी पहुंच बनाना है। उसकी ताकत और कमजोरियों को समझें और उसी हिसाब से उसे आगे के लिए तैयार करें।' उन्होंने बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत वर्ष 2015 तक 20 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना था लेकिन सिर्फ पांच लाख को ही प्रशिक्षित किया जा सका। उन्होंने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति के संबंध में अगले महीने के आखिर तक रिपोर्ट फाइल की जाएगी।