हुर्रियत को राज्यपाल का संदेश- मुझे विदेशी नहीं समझना चाहिए
मलिक ने कहा, जैसा कि मैं एक आम आदमी के लिए उपलब्ध हूं, मैं हुर्रियत के लिए भी उपलब्ध हूं। यदि यहां के निवासियों पर अत्याचार के संबंध में कुछ घटना होती है, तो मैं अपनी पूरी ताकतों के साथ न्याय देने का प्रयास करूंगा। मैं हुर्रियत के वरिष्ठ नेताओं और उनकी इच्छा का सम्मान करता हूं।
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हुर्रियत को उन्हें विदेशी नहीं समझना चाहिए। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अलगाववादी नेताओं से उन्होंने कहा, आम जनता के साथ ज्यादती या अन्याय के मामलों की जानकारी सीधे उन्हें दी जाए।
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क्या बोले राज्यपाल
मलिक ने कहा, जैसा कि मैं एक आम आदमी के लिए उपलब्ध हूं, मैं हुर्रियत के लिए भी उपलब्ध हूं। यदि यहां के निवासियों पर अत्याचार के संबंध में कुछ घटना होती है, तो मैं अपनी पूरी ताकतों के साथ न्याय देने का प्रयास करूंगा। मैं हुर्रियत के वरिष्ठ नेताओं और उनकी इच्छा का सम्मान करता हूं।
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उन्होंने कहा, हुर्रियत के साथ विचार-विमर्श को राजनीतिक नहीं कहा जा सकता। राज्यपाल होने के नाते मेरे पास उनके साथ राजनीतिक चर्चा करने की शक्तियां नहीं हैं। केवल केंद्र के पास ऐसा करने का अधिकार है।'