अंतर्राष्ट्रीय क्यूएस रेटिंग में IIT कानपुर को मिला 293वां स्थान, एशिया में बनाई ये जगह
कानपुर। आईआईटी कानपुर ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी रेटिंग में जबरदस्त सुधार किया है। अंतर्राष्ट्रीय क्यूएस रेटिंग में कानपुर आईआईटी को 293वां स्थान मिला है ,जबकि दिल्ली आईआईटी भारत में टॉप पर है और उसे 172वां स्थान मिला है। यदि एशिया की बात की जाये तो आईआईटी कानपुर 59वें नंबर पर है। क्यूएस ने विश्व भर के आईआईटी संस्थानों की रेटिंग लिस्ट बीते शुक्रवार को जारी की है।
बता दें कि, वर्ष 2017 में क्यूएस रेटिंग में कानपुर आईआईटी को 302वां स्थान मिला था। उस वक्त रेटिंग में जबरदस्त गिरावट होने की वजह से आईआईटी प्रशासन की परेशानियां बढ़ गई थी, रेटिंग में सुधार के लिए आईआईटी निदेशक इंद्रजीत मन्ना के नेतृत्व में कमिटी का गठन किया गया था। इसके बाद सुधार दिशा में कमिटी ने जीतोड़ काम किया जिसका परिणाम अब 2018 की क्यूएस रेटिंग में देखने को मिला।
आईआईटी कानपुर ने शोध के क्षेत्र में काफी सुधार किया है। टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आईआईटी ने फ्लैपिंग करने वाले मानव रहित ड्रोन ख़ुफ़िया ड्रोन को प्रमुख रूप से शामिल किया है। आईआईटी ने अन्य कई संस्थानों के साथ मिलकर टेक्नोलॉजी का आदान प्रदान कर कई शोध किये है, जो समाज के लिए लाभकारी साबित हुए है।
आईआईटी कानपुर में 34 विदेशी छात्र पढाई कर रहे है, लेकिन यह सभी छात्र स्नातक स्तर के है जबकि पोस्टग्रैजुएट में एक भी विदेशी स्टूडेंट नही है। आईआईटी में कुल छात्रों की संख्या 6609 हैं। जिसमें से 55 फीसदी ग्रैजुएट के और 48 फीसदी परास्नातक के छात्र है और टोटल 416 लोगो का स्टाफ है। जिसमे 4 विदेशी है कर्मचारी है। क्यूएस रेटिंग के जियो का भी यह एक पार्ट है।
क्यूएस रेटिंग में दिल्ली को 172वां स्थान मिला है, आईआईटी 179वां स्थान, आईआईटी एससी 190वां स्थान,आईआईटी मद्रास को वां स्थान,आईआईटी खड़कपुर को 308वां स्थान,आईआईटी रुड़की को 431वां स्थान,आईआईटी गुवाहाटी को 501वां स्थान मिला है।