आप जहां भी काम करते हैं वहां पर शानदार क्वालिटी का काम करने वाले लोगों को सबसे जल्दी प्रमोशन मिलता है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका जल्द से जल्द प्रमोशन हो तो आपको अप्रेजल से पहले अच्छा इम्प्रेशन बनाना होगा। इसके लिए कुछ टिप्स अपना सकते हैं।
सबके साथ संतुलन बनाएं : जब भी आप आगे बढ़ते हैं या फिर सीढिय़ां पर चढ़ते हैं तो आपको अपने पैरों के साथ-साथ सीढ़ी का भी संतुलन बनाए रखना पड़ता है। तब जाकर ही आप आगे बढ़ पाते हैं। इसी तरह का संतुलन आपको प्रमोशन पाने के लिए भी करना चाहिए। आप न केवल रिपोर्टिंग करने वाली टीम को मैनेज करें ही, साथ ही आपको अपने से ऊपर बैठे लोगों को मैनेज करने की कला आनी चाहिए। इसके लिए सबके साथ आपका व्यवहार अच्छा होना चाहिए।
कमजोरियों को मजबूती में बदलें : अगर कंपनी में आपके काम को लेकर सवाल उठ रहे हैं तो तब तो आपको प्रमोशन मिलने के चांस नहीं बनता है। जिस काम में सुधार और विकास की गुंजाइश नहीं होती, वहां पर तरक्की संभव नहीं होती है। अगर आपका बॉस आपकी आलोचना नहीं कर रहा है तो इस मतलब है कि उसके लिए आपका महत्व नहीं रह गया है। अगर आपकी टीम आपको आपकी कमजोरियां नहीं बताती है तो इसका कारण हो सकता है कि आप डिफेंसिव हों या कोई भी आपको फीडबैक देना नहीं चाहता हो। इसलिए आपको अपने स्तर पर अपनी कमजोरियों का पता कर उसे मजबूत करें और उस पर ध्यान दें।
कंपनी के बारे में जानकारी रखें : कंपनी में चल रही हर गतिविधियों के बारे में आपको उत्सुक होना चाहिए। विचार करना चाहिए कि हर इवेंट और एक्टिविटी का कंपनी के लिए क्या महत्व है। आपको हर एक्टिविटी में आपको शामिल होना चाहिए। आपको कंपनी को अपनी धरोहर समझकर काम करना चाहिए। साथ ही अपने कम्युनिकेशन स्टाइल में एंटरप्रेन्योर की तरह सक्सेस पर फोकस होना चाहिए। आपके कार्य कंपनी की सोच के अनुरूप होने चाहिए। इससे आपको काम करने का नजरिया बदलेगा। आप पहने से बेहतर काम कर पाएंगे।
मना करना भी सीखें : किसी भी संस्थान में काम करने का एक समय निर्धारित होता है। उस समय में सबको अपना काम पूरा करना होता है। इसलिए टाइम मैनेजमेंट जरूरी है। अगर आपके पास अधिक काम है तो दूसरों को आप ना कहना भी सीखें, नहीं तो अपना काम नहीं कर पाएंगे और पिछड़ जाएंगे। अगर कोई काम आपके लक्ष्य पूरा करने में मदद नहीं करता है तो आप उस काम के लिए मना कर सकते हैं। अगर किसी काम को करने से पूरे दिन का शेड्यूल खराब होता है तो आप उस काम के लिए मना कर सकते हैं।
अचीवमेंट लिस्ट बनाएं : जब अप्रेजल नजदीक आने लगे तो आपको पहले से ही अपने अचीवमेंट की लिस्ट बनानने लगना चाहिए। जैसे आपके कार्यों के प्रभाव को किस तरह से आंका जाता है और आपको उसका क्या फायदा मिल सकता है। आपको पता करना चाहिए कि सप्ताह, महीने और साल में आप किन लक्ष्यों को पूरा किया है। इसके लिए आपने कितनी टइम-बाउंड प्लानिंग की थी। साथ ही आपने संस्थान के संसाधन आदि की बचत की है।
अपनी बात रखना सीखें : जब भी आप कोई काम शुरू करते हैं तो आपको अपने बॉस को इसकी सूचना देनी चाहिए। अपनी बातों को बॉस के सामने पेश करने का तरीका भी आपको आना चाहिए। अगर आपको लगता है कि आप बातों को सही तरीके से नहीं रख पाते हैं तो इस पर गौर करें। जरूरत लगे तो इसके बारे में अपने किसी अच्छे कलीग्स से भी चर्चा कर सकते हैं क्योंकि जब तक आप अपनी बातों को बॉस के सामने नहीं रखेंगे उसकी नजर में नहीं आ पाएंगे।
अच्छे लोगों के साथ रहें : ऑफिस में आपका रोज का करीब 8-10 घंटे खर्च होता है। यह समय घर के बाद वह स्थान है जहां आप अधिक समय रोज देते हैं। ऐसे में आप अच्छे लोगों की लिस्ट तैयार कीजिए और उनके साथ रहिए। जरूरी नहीं है कि इसके लिए ऐसे लोगों की लंबी सूची हो बल्कि ऐसे केवल पांच लोगों की लिस्ट बनाएं और उनके साथ ही काम करें। इससे न केवल काम आसान होगा बल्कि आप गॉसिप से बचें, आपका परफार्मेंस भी सुधरेगा।
इनका भी रखें ध्यान : अप्रेजल की बात शुरू होने से पहले ही आपको उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो कंपनी में काम नहीं करते हैं। वे कंपनी की शिकायत करते रहते हैं। आपको उन लोगों के साथ अधिक समय दें जो एक्टिव रहकर संस्थान के लिए अधिक काम करते हैं। लंच या फ्री टाइम में गॉसिप से बचें। बेवजह गॉसिप्स में कई बार विवाद हो जाता है जो मैनेजमेंट को बिलकुल ही पसंद नहीं होता है।