दशहरे के बाद धुएं में डूबी दिल्ली, कैसे बचेंगी लोगो की जान

कल यानी दशहरे के दिन पुरे से में रावन जलाया गया था। लेकिन रावन जलाने के बाद जो धुआं फैला है उससे सबसे ज्यादा वातावरण दूषित हुआ है।

Update: 2023-07-25 13:22 GMT

नई दिल्ली: कल यानी दशहरे के दिन पुरे से में रावन जलाया गया था। लेकिन रावन जलाने के बाद जो धुआं फैला है उससे सबसे ज्यादा वातावरण दूषित हुआ है। और ऐसा देश कि राजधानी दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ सकता है। हवा की गुणवत्ता में गिरावट की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि ठंड का मौसम आने की वजह से और पंजाब-हरियाणा में पराली जलाना इसकी प्रमुख वजह है। हवा की रफ्तार कम होने की वजह से पटाखे जलाने की वजह से हवा की गुणवत्ता में गिरावट का खतरा बढ़ गया है।

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ऐसा बताया जा रहा है कि दिवाली के बाद दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में हवा की गुणवत्ता और खराब हो सकती है। मिली जानकारी के अनुसार, मानसून खत्म होने के बाद हवा की रफ्तार कम होने से हवा की गुणवत्ता और खराब होने की स्थिति बन सकती है। लेकिन पिछले सप्ताह तक दिल्ली की हवा साफ रही।

बारिश नहीं होगी अब

मौसम विभाग के मुताबिक, अब दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत में बादल छाए रहने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में आसमान साफ रहेगा और हवा की गति कम रहेगी।

दस अक्टूबर से मानसून की विदाई शुरू

रिपोर्ट के मुताबिक, 10 अक्टूबर से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। मानसून इस सप्ताह विदा हो जाएगा। आपको बता दें की इस बार मानसून देरी से विदाई ले रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, पर्यावरण में लगातार हो रहे बदलाव की वजह से फसलों पर विपरीत असर पड़ने की पूरी संभावना है। धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है।

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विभाग के मुताबिक, आसमान साफ रहने की वजह से तापमान में गिरावट आएगी। दिल्ली का न्यूनतम तापमान इस सप्ताह बीस डिग्री तक पहुंच सकता है। हवा की दिशा बदलने और नमी की मात्रा बढ़ने से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होगी।

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