Monekeypox Virus: मंकीपॉक्स का बढ़ा खतरा, 16 देशों में 220 से अधिक मामले

Monekeypox Virus: दुनियाभर में इन दिनों एक नए वायरस को लेकर खलबली मची हुई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ से लेकर सरकारें तक इसे लेकर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं।

Update:2022-05-25 15:16 IST

मंकीपॉक्स का बढ़ा खतरा: Photo - Social Media

New Delhi: दुनियाभर में इन दिनों एक नए वायरस को लेकर खलबली मची हुई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ से लेकर सरकारें तक इसे लेकर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं। मंकीपॉक्स (Monkeypox) नाम का ये वायरस तेजी से फैल रहा है। अफ्रीका से निकला ये वायरस अब तक यूरोप, उत्तरी अमेरिका, आस्ट्रेलिया और मध्य – पूर्व तक अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के रिपोर्टे के अनुसार, दुनिया के 16 देशों में 220 से अधिक मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं। जिसके बाद हेल्थ एजेंसी ने दुनिया के उन देशों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है, जहां अभी तक इसका कोई मामला सामने नहीं आया है।

क्या होता है मंकीपॉक्स

मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस (monkeypox an orthopoxvirus) है जो चेचक के समान तो मगर उससे कम गंभीर है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, मंकीपॉक्स वायरस पॉक्सविरडे फैमली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीन से संबंधित है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 1958 में बंदरों में दो चेचक जैसी बीमारियों का पता लगा था, उनमें से ही एक मंकीपॉक्स था। WHO के मुताबिक, इसके शुरूआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, सूजन, पीठ दर्द, मांसपेशियों में सुस्ती और सामान्य रूप से सुस्ती शामिल है। मंकीपॉक्स आमतौर पर दो से चार सप्ताह के बाद ठीक हो जाता है।

यूएई में आया पहला मामला

मंकीपॉक्स वायरस अब खाड़ी के देशों में भी पहुंच चुका है। बीते दिनों इजरायल से पहला मामला सामने आया था। अब संयुक्त अरबी अमीरात ने अपने यहां मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि की है। यूएई के मंकीपॉक्स स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, वेस्ट अफ्रीका से आई महिला में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है। हालांकि यूएई के प्रशासन के द्वारा इस मामले में अधिक जानकारी नहीं दी गई है। प्रशासन की ओर से इतना बताया गया है कि संक्रमित महिला के कॉन्टैक्ट्स की जांच की जा रही है। इसके अतिरिक्त वे सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, जो मंकीपॉक्स के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जरूरी है।

इससे पहले इजरायल में मंकीपॉक्स (monkeypox in israel) का पहला मामला सामने आया था। मीडिया रिपोर्टेस में तेल अवीव स्थित इचिलोव अस्पताल के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है कि ये वायरस एक 30 साल के व्यक्ति में फैला है, जो हाल ही में पश्चिमी यूरोप में मंकीपॉक्स के लक्षणों के साथ लौटा था।

भारत हुआ चौंकन्ना

भारत में अभी तक इसका एक भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन केंद्र सरकार इसे लेकर चौंकन्ना है। केंद्र सरकार ने इसे लेकर नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल और इंडियन कॉउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च को अलर्ट रहने के लिए कहा है। इस वायरल को लेकर बीएमसी भी अलर्ट पर है। मुंबई एयरपोर्ट से यात्रियों की जांच करने को कहा गया है। बीएमसी (BMC) ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जो लोग अफ्रीकी देशों और अन्य ऐसे चिह्नित देशों से यात्रा कर चुके हैं जहां मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं, उन्हें जांच कराने की जरूरत है।

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