Independence Day 2023 Speech: लाल किले से इन 10 मुद्दों पर बोल सकते हैं पीएम मोदी, देखने वाला होगा ये संबोधन
PM Modi Address to Nation: प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को 10वीं बार लाल किले पर झंडा फहराते नजर आएंगे। इसके बाद उनका संबोधन होगा। उनका ये संबोधन खास होने जा रहा है।
Independence Day 2023 Speech PM Mod : देशभर में कल यानी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। देशभक्ति वाले गीतों से माहौल गुलजार हो चुका है। इस बीच सबकी नजरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से होने वाली संबोधन पर भी टिकी हैं। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को 10वीं बार लाल किले पर झंडा फहराते नजर आएंगे। इसके बाद उनका संबोधन होगा। उनका ये संबोधन इसलिए भी खास होने जा रहा है। क्योंकि उनके दूसरे कार्यकाल का ये अंतिम बरस है।
अगले साल अप्रैल-मई में देश में आम चुनाव होंगे और फिर नई हुकूमत का आगमन होगा। जिसके अगुवाई करने वाले नेता अगले साल स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। इसलिए अगले कुछ महीनों में ही देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो जाएंगी। इसलिए पूरे देश तक इस बड़े चुनाव से पहले अपनी बात पहुंचाने का प्रधानमंत्री मोदी के पास इससे बढिया मौका कोई और नहीं हो सकता। तो चलिए एक नजर उन 10 संभावित मुद्दों पर डालते हैं, जिसे प्रधानमंत्री अपने संबोधन में शामिल कर सकते हैं।
1.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 साल बतौर देश के मुखिया के तौर पर पूरा करने जा रहा हैं। 2014 से सत्ता में विराजमान पीएम मोदी इन वर्षों में अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रख सकते हैं। इसके लिए वे सभी विभागों के मंत्रियों से उनकी उपलब्धियों और भविष्य केंद्रित योजनाओं के बारे में जानकारी मांग चुके हैं।
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2. पीएम नरेंद्र मोदी अपने संबोधन में जम्मू कश्मीर का जिक्र भी खास तौर पर कर सकते हैं। जहां विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बावजूद हालात सामान्य बने हुए हैं।
3. पीएम मोदी के कार्यकाल में अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत की छवि काफी मजबूत हुई है। दुनियाभर में भारत की जो प्रतिष्ठा बढ़ी है, उसका भी वे विशेषतौर पर जिक्र कर सकते हैं।
4. आजादी के बाद से देश का दुश्मन नंबर वन रहे पाकिस्तान हमेशा से चुनावों में एक मुद्दा जरूर रहा है। खासकर सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए तो ये अहम मुद्दों में से एक है। पीएम मोदी ने जिस तरह अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में पाकिस्तान को अलग-थलग किया है, उसका भी वे जिक्र कर सकते हैं।
5. भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा हमेशा से काफी अहम रहा है। लिहाजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक से लेकर जम्मू कश्मीर और पूर्वोतर में आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का जिक्र भी कर सकते हैं।
6. देश के दूरदराज और सीमावर्ती इलाकों में विकास की रोशनी पहुंची है। वहां सड़कें और नल-जल जैसे बुनियादी सुविधाएं भी पहुंची हैं। पूर्वोतर और लद्दाख में चीन सीमा के पास इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत हुआ है। पीएम आजादी के इतने सालों तक इन क्षेत्रों के विकास से मरहूम रहने का मुद्दा उठा सकते हैं।
7. पीएम मोदी ने 2014 में देश की बागडोर संभालने के दौरान न खाऊंगा और न खाने दूंगा का नारा देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायल जंग छेड़ने का ऐलान किया था। केंद्र में 10 साल पूरे होने के बावजूद उनकी सरकार या उनके खिलाफ करप्शन का कोई बड़ा चार्ज नहीं लगा है। इसके अलावा ईडी, सीबीआई जैसी एजेंसियां लगातार एक्टिव हुई हैं। पीएम मोदी इन सब बातों का भी जिक्र जरूर कर सकते हैं।
8. देश की राजनीति में लंबे समय तक टिकने के लिए जरूरी है कि ओबीसी, दलित और आदिवासी तबके के बड़े हिस्से को अपने साथ जोड़े रखना। सियासत के माहिर खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे अच्छी तरह से जानते हैं। वे इन तबकों के लिए लालकिले से कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
9. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए लालकिले की प्राचीर से कुछ लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं। जिसका धरातल पर असर अगले तीन-चार महीनों में दिख सकता है।
10. चूंकि प्रधानमंत्री मोदी का लालकिले पर होने जा रहा ये संबोधन अगले आम चुनाव से ठीक पहले हो रहा है, इसलिए माना जा रहा है कि वे विपक्षी पार्टियों की पुरानी सरकारों पर जरूर हमले करेंगे। उनके निशाने पर उनका परिवारवाद और भ्रष्टाचार हो सकता है।