नई दिल्ली: भारत और इजरायल सोमवार (15 जनवरी) को व्यापार और उद्योगों से जुड़े करीब 10 समझौता-पत्र यानि एमओयू पर हस्ताक्षर कर सकता है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ भारत आए 130 प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ये समझौते होंगे। इनमें ऊर्जा, जल, ऑटोमेशन प्रॉजेक्ट्स और आईटी के क्षेत्र में हो सकते हैं।
बताया जा रहा है कि भारत-इजरायल इनोवेशन फोरम और सीईओ की बैठक के मौके पर इन एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। भारत की तरफ से इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन (आईओसी), डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड आईटी, आंध्र प्रदेश और रिलायंस इंडस्ट्रीज एमओयू साइन करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न क्षेत्रों के लोग
इस संबंध में ग्रैनॉट ने कहा, कि इजरायल के पास शिक्षित, उद्यमशील और बहु सांस्कृतिक कार्यबल है। इजरायल से जो प्रतिनिधिमंडल आया है, उसमें जल, कृषि, खाद्य, साइबर सुरक्षा, होमलैंड सिक्यॉरिटी, रक्षा, सॉफ्टवेयर और आईटी इंडस्ट्री के लोग शामिल हैं। इसके अलावा इजरायल इनोवेशन अथॉरिटी, इनवेस्ट इंडिया और स्टार्टअप इंडिया के सहयोग से 20 इजरायली स्टार्टअप्स के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रही है। इजरायल के कई मंत्रालयों और दूसरी सरकारी इकाइयों से जुड़े लोग बिजनेस प्रतिनिधिमंडल के साथ रहेंगे।
भारत, इजरायल का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार
बता दें, कि साल 2016 में भारत और इजरायल के बीच 4.16 अरब डॉलर (रक्षा को छोड़कर) का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था। इसमें हीरे की हिस्सेदारी 53 फीसदी थी। एशियाई देशों में भारत, इजरायल का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है। हाल के वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार फार्मास्युटिकल्स, ऐग्रिकल्चर, आईटी, टेलिकॉम और होमलैंड सिक्यॉरिटी जैसे क्षेत्रों तक पहुंचा है।
इन कंपनियों ने इजरायल में बढ़ाई है मौजूदगी
बता दें, कि भारतीय आईटी कंपनियां, खासकर टीसीएस, इंफोसिस, टेक महिंद्रा और विप्रो इजरायल में अपनी मौजूदगी बढ़ा रही है। उस नजरिए से देखें तो इन कंपनियों के लिए ये समझौते और नए मौके खोलेंगे।