गगनयान के लिए 4 अंतरिक्ष यात्रियों का चयन, ये अधिकारी हुए सिलेक्ट

इंडियन स्पेस रिसर्च सेंटर (इसरो) ने साल के पहले ही दिन तीन बड़े ऐलान किए। इसरो चीफ के सिवन ने चंद्रयान-3, गगनयान प्रोजेक्ट और नए स्पेस पोर्ट के बारे में जानकारियां दी। सिवन ने बताया कि केंद्र सरकार ने चंद्रयान-3 को मंजूरी दे दी है।

Update: 2020-01-02 13:53 GMT

नई दिल्ली: इंडियन स्पेस रिसर्च सेंटर (इसरो) ने साल के पहले ही दिन तीन बड़े ऐलान किए। इसरो चीफ के सिवन ने चंद्रयान-3, गगनयान प्रोजेक्ट और नए स्पेस पोर्ट के बारे में जानकारियां दी। सिवन ने बताया कि केंद्र सरकार ने चंद्रयान-3 को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इसरो ने गगनयान के लिए अंतरिक्ष यात्रियों का भी चयन कर लिया है।

उन्होंने बताया कि हमनें गगनयान प्रोजेक्ट पर काफी प्रगति की है और काफी काम हो भी चुका है। इसके लिए अंतरिक्ष यात्रियों की चयन प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि गगनयान प्रोजेक्ट के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया गया है। उनकी ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी है और आगे की ट्रेनिंग जनवरी के तीसरे हफ्ते से रूस में शुरू होगी।

गौरतलब है कि भारत ने गगनयान मिशन को लेकर सहयोग के लिए रूस और फ्रांस के साथ करार किया है। इसके साथ ही के सिवन ने खुशी जताते हुए कहा किचंद्रयान-3 को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है और इसकी सभी प्रक्रिया सही से चल रही हैं। गगनयान के लिए वायुसेना के चार अधिकारियों को चुना गया है। गगनयान के लिए नेशनल अडवाइजरी कमिटी बनाई गई है।

यह भी पढ़ें...पाकिस्तान का काल ये थिएटर कमांड! मौत बनकर बरसेगा, जब होगा सेना में शामिल

इसरो प्रमुख के मुताबिक चंद्रयान-3 का पैटर्न चंद्रयान-2 की ही तरह है। चंद्रयान-2 में ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर प्रारूप था। इन सब का पहले ही इस्तेमाल हो चुका है। इसके अलावा के सिवन ने एक और स्पेस पोर्ट खोले जाने के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि दूसरे स्पेस पोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण हो चुका है। ये स्पेस पोर्ट तमिलनाडू के तूतीकोरेन जिले में होगा।

यह भी पढ़ें...कांग्रेस बाहर से आये दलित-पीड़ितों के खिलाफ आंदोलन कर रही- PM मोदी

भारत अपने सस्ते उपग्रह प्रक्षेपण और अंतरिक्ष मिशनों के लिए जाना जाता है। भारत ने 2014 में मंगल के लिए मानव रहित मिशन की शुरुआत की थी जिसका ख़र्चा 7.4 करोड़ डॉलर आया था। इस योजना का ख़र्च हॉलिवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'ग्रेविटी' के बजट से भी कम था।

यह भी पढ़ें...30 जवानों को जिंदा जलाने की थी तैयारी, सामने आया ये खौफनाक वीडियो

बता दें कि इससे पहले देश में एक मात्र स्पेस पोर्ट था, जो कि आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित है, तो वहीं अब दूसरा स्पेस पोर्ट तमिलनाडू के तूतीकोरेन में जल्द खुलने जा रहा है।

Tags:    

Similar News