सेना की ताकत बढ़ाने के लिए US संग 13,500 करोड़ रुपए की डील करना चाहता है भारत
नई दिल्ली: अमेरिका रूस और भारत के बीच हुई S-400 एयर डिफेंस सिस्टम डील से खुश नहीं है। ऐसे में अमेरिका ने इस डील को लेकर कई बार भारत को चेताया था और कहा था कि अगर रूस के साथ भारत ये डील पक्की करता है तो उसे अमेरिकी दंडात्मक प्रतिबंधों के लिए भी तैयार हो जाना चाहिए। वहीं, भारत ने अमेरिका की चेतावनी को नजरंदाज करते हुए रूस के साथ अपनी डील पूरी की।
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बता दें, रूस के साथ भारत की डील हो जाने के बाद भी अमेरिका ने प्रतिबंध नहीं लगाए क्योंकि अमेरिका भारत के महत्व को समझ गया था। ऐसी स्तिथि में अमेरिका ने भारत को इस डील को लेकर विशेष छूट दे दी। हालांकि, छूट देने के बाद भी अमेरिका इस डील से खुश नहीं था। मगर सभी मनमुटाव किनारे करते हुए दोनों देश राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मिलने वाले हैं।
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इस दौरान दोनों देश अपने रिश्ते को और संतुलित करने की कोशिश में है। वहीं, अब अमेरिका के साथ भी भारत एक डिफेंस डील करना चाहता है। बता दें, भारत सरकार ने अमेरिका से 24 'रोमियो' MH-60 हेलिकॉप्टर खरीदने की इच्छा जताई है। ऐसे में भारत ने अमेरिका से इन लड़ाकू हेलिकॉप्टरों को खरीदने जे लिए 13,500 करोड़ रुपये का 'लेटर ऑफ रिक्वेस्ट' भी भेज दिया है। भारत सरकार भारतीय नेवी की ताकत और बढ़ाना चाहती है। इसलिए सरकार इस डील को 2020-2024 तक पूरा करने के मूड में है।
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