सेना ने किया सावधान: अब पाकिस्तानी साधु-संतों के रूप में घूम रहे
मुद्दे की संवेदनशीलता को देखते हुए बाहरी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है जिसको देखते हुए भारतीय सेना ने अपने सैनिकों को नकली बाबाओं और आध्यात्मिक गुरुओं से सावधान रहने की चेतावनी जारी की है। सेना ने कहा है कि ये पाकिस्तानी खुफिया एजेंट हो सकते हैं, जो उन्हें फंसाने और गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश कर सकते हैं।
नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा और विवादित मामला जिसका फैसला बीते शनिवार को आ गया। अयोध्या के फैसले की संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार ने सुरक्षा को चाक-चौबंद कर दिया था।
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सेना ने कहा है कि ये पाकिस्तानी खुफिया एजेंट हो सकते हैं
मुद्दे की संवेदनशीलता को देखते हुए बाहरी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है जिसको देखते हुए भारतीय सेना ने अपने सैनिकों को नकली बाबाओं और आध्यात्मिक गुरुओं से सावधान रहने की चेतावनी जारी की है। सेना ने कहा है कि ये पाकिस्तानी खुफिया एजेंट हो सकते हैं, जो उन्हें फंसाने और गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश कर सकते हैं।
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एक रिपोर्ट के अनुसार, आध्यात्मिक गुरु या बाबा के रूप में पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (पीआईओ) संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए सैनिकों या उनके परिवारों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। यह आईएसआई द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नई विधि है। एक आंतरिक दस्तावेज में सेना ने अपने कर्मियों को इस जासूसी तकनीक में न फंसने की चेतावनी जारी की है।
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सेना ने लगभग 150 सोशल मीडिया प्रोफाइल की पहचान की
सैन्य अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तानी खुफिया एजेंट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे कि यूट्यूब, व्हाट्सएप और स्काइप का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि सेवारत सैनिकों को निशाना बनाया जा सके। सेना ने लगभग 150 सोशल मीडिया प्रोफाइल की पहचान की है, जिन पर पाकिस्तानी एजेंट होने का संदेह है।
बता दें कि बीते कल अयोध्या मामले का एतिहासिक फैसला आ गया है।