चीन होगा शर्मिंदा: लद्दाख में भारत का ऐसा प्लान, पूरी दुनिया करेगी तारीफ
भारत चीन सीमा विवाद के बीच भारतीय रेलवे लेह लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊँची रेलवे लाइन बिछाने जा रहा हैं। दोनों देशों के बीच सीमा तनाव पर भले ही सुलह हो गय और चीन सैनिक गलवान में LAC से पीछे हट गए हों लेकिन भारत के निर्माण कार्यों में अभी भी चीन आपत्ति जता रहा है।
लखनऊ: भारत चीन सीमा विवाद के बीच भारतीय रेलवे लेह लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊँची रेलवे लाइन बिछाने जा रहा हैं। भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा तनाव को लेकर भले ही अब सुलह हो गयी और चीन सैनिक गलवान में LAC से पीछे हट गए हों लेकिन भारत के निर्माण कार्यों में अभी भी चीन आपत्ति जता रहा है। दरअसल, दोनों देशों के बीच एलएसी पर तनाव को देखते हुए भारतीय रेलवे ने लेह-लद्दाख तक ट्रैक बिछाने की योजना में तेजी लाइ है।
लेह-लद्दाख में सबसे ऊँची रेल लाइन बनाने जा रहा भारत
भारत के लिए बिलासपुर-मनाली-लेह परियोजना सामरिक दृष्टि से बेहद अहम हैं, ऐसे में रेलवे ने 1500 किलोमीटर रेल सेक्शन की लेवलिंग का काम पूरा कर लिया है। वहीं अब हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से लेह टाउन के बीच 475 किलोमीटर लंबी ब्रॉडगेज पटरी बिछाने का काम भी शुरू हो गया है।
475 किलोमीटर में कुल रेल मार्ग का कार्य पूरा
बता दें कि कोरोना संकट के बीच जब निर्माण कार्यों पर रोक थीं, तब भी रेल लाइन का कार्य लगातार जारी रखा गया। सरकार ने लद्दाख में कंट्रोल प्वाइंट स्थानों की पहचान के लिए 475 किलोमीटर में कुल रेल मार्ग का कार्य पूरा कराया। इसके तहत पुल, सुरंग, स्टेशनों पर 184 कंट्रोल प्वाइंटों वाले 89 स्थानों की पहचान की गई। इस सेक्शन पर 1500 किलोमीटर मार्ग के तीसरे चरण की लेवलिंग का काम पूरा हो गया है।
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सबसे ऊंचे दर्रों में से एक पर लेवलिंग का कार्य पूरा
इस बड़े प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि निर्माण दल ने कम तापमान और कम ऑक्सीजन स्तर वाले दुनिया के सबसे ऊंचे दर्रों में से एक पर लेवलिंग का कार्य पूरा कर लिया है। उन्होंने बताया कि रेलवे ने निर्माण के दौरान तकनीकी सहायता के लिए एक परामर्श समूह का गठन किया है।
लद्दाख में 10 बड़े पुल का निर्माण कराएगी भारत सरकार
रेल मार्ग के निर्माण के साथ ही यहां 10 बड़े पुलों को बनाये जाने की भी योजना है। बताया जा रहा है कि इनकी कुल लंबाई 23 किलोमीटर होगी। इसके अलावा 31 रेलवे स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव है, जिनकी कुल लंबाई 33 किलोमीटर होगी। रेलवे की इस बड़ी परियोजना में अनुमानित 68,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण की संभावना हैं। अगर ऐसा हुआ तो भारत को दुनिया की सबसे ऊंची रेल लाइन बनाने का कीर्तिमान हासिल हो जायेगा।
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