लाॅकडाउन: 800 श्रमिक ट्रेनें आएंगी UP, जानिए क्या है बंगाल का प्लान

भारतीय रेलवे ने लोगों को उनके घर पहुंचाने की प्रक्रिया में रफ्तार तेज कर दी। रेलवे का कहना है कि 1 मई से लेकर अब तक 1,414 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। इससे करीब 18.5 लाख प्रवासियों को उनके घर पहुंचाया है।

Update:2020-05-19 09:52 IST

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने लोगों को उनके घर पहुंचाने की प्रक्रिया में रफ्तार तेज कर दी। रेलवे का कहना है कि 1 मई से लेकर अब तक 1,414 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। इससे करीब 18.5 लाख प्रवासियों को उनके घर पहुंचाया है। इनमें से अधिकतर ट्रेनें गुजरात और महाराष्ट्र से चलाई गई हैं। रेलवे ने कहा कि 116 और ट्रेनें चलाए जाने की प्रक्रिया में हैं। रेलवे के मुताबिक 496 ट्रेनें गुजरात से चलाई गईं तथा 17 और चलाए जाने की प्रक्रिया में हैं।

महाराष्ट्र से 266 ट्रेन चलाई गईं तथा 37 और चलाए जाने की प्रक्रिया में हैं। पंजाब से 188, कर्नाटक से 89, तमिलनाडु से 61, तेलंगाना से 58, राजस्थान से 54, हरियाणा से 41 और उत्तर प्रदेश से 38 ट्रेन चलाई गईं। उत्तर प्रदेश में अधिकतम 641 ट्रेन अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच चुकी हैं और 73 ट्रेन रास्ते में हैं। बिहार में 310 ट्रेन गंतव्य पर पहुंच चुकी हैं और 53 अभी रास्ते में हैं।

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इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए 800 और श्रमिक विशेष ट्रेनों को अपने राज्य में आने की अनुमति दे दी है। इसके लिए रेलवे ने भी इजाजत दे दिया है, तो वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभी तक सिर्फ 19 ट्रेनों को मंजूरी दी हैं। ममता ने कहा कि हम कुछ दिनों में 115 और ट्रेनों की व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे। राज्य सरकार ट्रेन का किराया देगी।



पश्चिम बंगाल की सीएन ने कहा कि राज्य के प्रवासी श्रमिकों को आश्वस्त करने के लिए कहा कि करीब लगभग 2.5 से 3 लाख प्रवासी पहले ही बंगाल लौट चुके हैं। थोड़ा धैर्य रखें। इस समस्या का राजनीतिकरण न करें। मैं सभी राज्यों से अपील करती हूं कि वे हमारे लोगों की देखभाल करें। हम सभी को वापस लाना चाहते हैं, लेकिन 1 दिन में सभी को वापस नहीं ला सकते। हमारे पास एक योजना है, हम इसे निष्पादित करेंगे। अगले 2-3 दिनों के भीतर हम 115 और ट्रेनों की मांग करेंगे।

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बंगाल की खाड़ी से उठने वाले 'अम्फान' चक्रवात की वजह से करीब 8 राज्यों में अलर्ट है। खतरे के मद्देनजर एसी स्पेशल ट्रेन कई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के रूट में बदलाव हुआ है। वहीं काफी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द किया गया है। रेल मंत्रि पीयूष गोयल ने कहा कि ओडिशा में अम्फान चक्रवात के चलते ट्रेनों के परिचालन को स्थगित कर दिया गया है।

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एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ने कहा कि बिहार प्रति दिन 50 से अधिक ट्रेनों की अनुमति नहीं दे रहा, जबकि आवश्यकता प्रति दिन 200 ट्रेनों की है। अन्य राज्यों ने बहुत कम ट्रेनों को मंजूरी दी है, जैसे छत्तीसगढ़ केवल 19 ट्रेनें, राजस्थान केवल 33 ट्रेनें और झारखंड से केवल 72 ट्रेनों को मंजूरी मिली है। ओडिशा ने चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों की ट्रेनों को निलंबित कर दिया है और कोई भी ट्रेन गंजम जिले में नहीं जा रही है।

बता दें कि श्रमिक विशेष ट्रेनों को चलाने की प्रक्रिया में मूल (जहां से चलना है) और गंतव्य (जहां पहुंचना है) राज्यों की स्वीकृति शामिल है। अगर किसी ट्रेन को गुजरात से पश्चिम बंगाल जाना है, तो दोनों राज्यों को अपनी स्वीकृति देनी होगी।

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