इंदौर नगर निगम का कारनामा, राष्ट्रगान को अधूरा छोड़ शुरू कर दिया राष्ट्रगीत गाना
इंदौरः ऐसे मौके यदा कदा सुनने में आते हैं जब राष्ट्रगान "जन-गण-मन" के अपमान की खबर आती है लेकिन इंदौर नगर निगम के बजट सम्मेलन के दौरान कुछ गजब ही कारनामा हो गया।
इस मामले में कुछ लोगों की गफलत के कारण बुधवार को ये विवाद खड़ा हुआ, वजह थी राष्ट्र गान बीच में रोककर अचानक राष्ट्रगीत "वंदे मातरम" गाना शुरू कर दिया जाना।
मामले के तूल पकड़ते ही इस वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके एक दृश्य में महापौर और स्थानीय भाजपा विधायक मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ भी दिखायी दे रही हैं। इंदौर नगर निगम पर भाजपा का कब्जा है।
चश्मदीद सूत्रों ने बताया कि नगर निगम के बजट सम्मेलन की शुरुआत के दौरान पार्षदों और अन्य लोगों ने राष्ट्रगान (जन-गण-मन) गाना शुरू कर दिया। वहां उपस्थित अन्य लोगों ने भी इसका समवेत स्वर में अनुसरण शुरू कर दिया।
कुछ सेकंड में गलती का अहसास होते ही निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के सम्मेलन में "जन-गण-मन" को अधूरा छोड़ कर अचानक "वंदे मातरम" का गायन शुरू कर दिया गया। फिर इस राष्ट्रगीत को पूरा गाया गया।
बहरहाल, कुछ विपक्षी पार्षदों ने नगर निगम के सम्मेलन में हुई चूक को राष्ट्रगान के अपमान का मामला करार देते हुए दोषी लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।
इस बारे में पूछे जाने पर नगर निगम के सभापति अजय सिंह नरूका ने कहा, "यह चूक संभवतः किसी पार्षद की जुबान फिसलने से हुई। हालांकि, इस चूक के पीछे मुझे किसी की कोई दुर्भावना प्रतीत नहीं होती। लिहाजा इस मामले को बेवजह तूल नहीं दिया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि यह पुरानी परंपरा है कि नगर निगम के सत्र की शुरूआत में राष्ट्रगीत "वंदे मातरम" गाया जाता है, जबकि राष्ट्रगान "जन-गण-मन" के गायन के साथ सदन का सत्रावसान होता है।