ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, पीएम मोदी ने जताई चिंता
Iran President Accident: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया है।
Iran President Accident: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहा हेलीकॉप्टर आज यानी रविवार शाम एक हादसे का शिकार हो गया। ईरान के पूर्वी अजरबैजान में यह दुर्घटना घटी है। ईरान के राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलीकॉप्टर थे, जिनमें से दो पर मंत्री और अधिकारी सवार थे। जानकारी के अनुसार, वे सुरक्षित अपने गंतव्य पर पहुंच गए हैं। मौके पर रेस्क्यू के लिए टीमें रवाना हो गई हैं। ईरान के गृहमंत्री ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से संपर्क नहीं हो सका है।
अजरबैजान में हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया, जिसकी वजह से हार्ड लैंडिंग करानी पड़ी। अभी मामले में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी को ले जा रहे हेलीकॉप्टर पूर्वी अजरबैजान में हादसे का शिकार हो गया। हालांकि, हेलीकॉप्टर पर सवार राष्ट्रपति के साथ बैठे कुछ लोग केंद्रीय मुख्यालय से संपर्क किया है।
पीएम मोदी किया पोस्ट
पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर हादसे के बाद सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर चिंता व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, आज राष्ट्रपति राईसी की हेलीकॉप्टर हादसे से अत्यधिक चिंतित हूं। हम संकट की इस घड़ी में ईरानी लोगों के साथ खड़े हैं और राष्ट्रपति और उनके साथियों की भलाई के लिए प्रार्थना करते हैं।
काफिले में था तीन हेलीकॉप्टर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान के राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलीकॉप्टर थे, जिनमें से दो पर मंत्री और कुछ अधिकारी सवार थे। जानकारी के अनुसार, वे सभी सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच गए हैं। वहीं राष्ट्रपति के साथ हेलीकॉप्टर में सैय्यद मोहम्मद अली अल हाशेम, तबरीज के शुक्रवार की प्रार्थना के इमाम और विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन भी मौजूद थें।
खराब मौसम की मिली थी सूचना
सरकारी टीवी ने कहा कि बचावकर्मी घटनास्थल तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें बाधा आ रही है। इस इलाके में भारी बारिश और कोहरे की सूचना मिली थी।
बांध का उद्घाटन करने गए थे राष्ट्रपति रईसी
राष्ट्रपति रईसी आज यानी 19 मई की सुबह अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने के लिए अज़रबैजान में थे। यह तीसरा बांध है जिसे दोनों देशों ने अरास नदी पर बनाया है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच ठंडे संबंधों के बावजूद हुई, जिसमें 2023 में तेहरान में अज़रबैजान के दूतावास पर हमले और इज़राइल के साथ अज़रबैजान के राजनयिक संबंध शामिल हैं। ईरान अपने यहां में विभिन्न प्रकार के हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण उनके लिए पुर्जे प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है। इसका सैन्य हवाई बेड़ा भी काफी हद तक 1979 की इस्लामी क्रांति से पहले का है।
कट्टरपंथी हैं राष्ट्रपति रईसी
63 वर्षीय रईसी एक कट्टरपंथी व्यक्ति हैं, जिन्होंने पूर्व में देश की न्यायपालिका का नेतृत्व किया था। उन्हें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के शिष्य के रूप में देखा जाता है और कुछ विश्लेषकों ने कहा है कि वह 85 वर्षीय खामनेई के बाद उनकी जगह ले सकते हैं।
अमेरिका ने रईसी पर लगाया है प्रतिबंध
रईसी ने ईरान का 2021 का राष्ट्रपति चुनाव जीता, एक ऐसा चुनाव था जिसमें इस्लामिक गणराज्य के इतिहास में सबसे कम मतदान हुआ। 1988 में खूनी ईरान-इराक युद्ध के अंत में हजारों राजनीतिक कैदियों की सामूहिक फांसी में शामिल होने के कारण रईसी पर अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। रायसी के शासन के तहत, ईरान अब लगभग हथियार-ग्रेड स्तर पर यूरेनियम को समृद्ध करता है। ईरान ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को हथियारों से लैस किया है, साथ ही गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ युद्ध के बीच इजरायल पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमला किया है। इसने मध्यपूर्व में यमन के हौथी विद्रोहियों और लेबनान के हिजबुल्लाह जैसे छद्म समूहों को भी हथियार देना जारी रखा है।