IT Raid: मयूर ग्रुप पर आयकर विभाग की छापेमारी, यूपी-एमपी समेत 35 स्थानों पर पहुंची टीम

IT Raid: कानपुर स्थित आवास, कार्पोरेट कार्यालय और फैक्टरी में कार्रवाई की गई। सुबह छह बजे से कार्रवाई जारी है। बता दें कि मयूर ग्रुप वनस्पति तेल, फूड आइटम्स और पैकेजिंग का काम करते हैं।

Report :  Anup Pandey
Update: 2023-10-05 06:35 GMT

IT Raid on Mayur Group  (photo: social media )

IT Raid on Mayur Group: कानपुर में आयकर विभाग ने गुरुवार सुबह मयूर ग्रुप के 35 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की। करीब डेढ़ सौ से अधिक आयकर अफसरों ने कानपुर के सिविल लाइन, शक्करपट्टी समेत 20 और मध्य प्रदेश के 15 प्रतिष्ठानों पर एक साथ कार्रवाई की। कानपुर स्थित आवास, कार्पोरेट कार्यालय और फैक्टरी में कार्रवाई की गई। सुबह छह बजे से कार्रवाई जारी है। बता दें कि मयूर ग्रुप वनस्पति तेल, फूड आइटम्स और पैकेजिंग का काम करते हैं।

हजार करोड़ रुपये के टैक्स चोरी का है मामला

आयकर सूत्रों के मुताबिक, मयूर ग्रुप के खिलाफ यह कार्रवाई टैक्स चोरी को लेकर की गई है। कंपनी में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी की रिपोर्ट्स लगातार आ रही थी। करीब एक हजार करोड़ रूपये से ज्यादा का आयकर चोरी की बात फिलहाल सामने आ रही है। आयकर अधिकारियों का एक जत्था कानपुर के सिविल लाइन स्थित 5 मंजिला आलीशान कोठी पर मौजूद है। यहां करीब दो दर्जन अधिकारी मौजूद हैं। कंपनी के दोनों डायरेक्टर फिलहाल यहीं मौजूद हैं।

इसके अलावा कानपुर देहात के रनियां क्षेत्र स्थित कंपनी की फैक्ट्री पर भी अधिकारियों की टीम मौजूद है। रनियां स्थित फैक्ट्री मयूर ग्रुप की सबसे बड़ी फैक्ट्री है। बताया जा रहा है कि मयूर ग्रुप ने फैक्ट्री के आसपास भी 1 हजार एकड़ से ज्यादा की जमीनों की खरीद फरोख्त की है। सिविल लाइन स्थित मयूर ग्रुप की कोठी 5 मंजिला बेहद आलीशान बनाई गई है। यहां 2 दर्जन से अधिक आयकर अधिकारियों की टीमें मौजूद हैं। आयकर अधिकारियों ने तब छापेमारी की है।जब कंपनी के दोनों डायरेक्टर इसी आलीशान कोठी में मौजूद हैं।



रनियां स्थित औद्योगिक क्षेत्र में है कम्पनियां

रनियां क्षेत्र में मयूर ग्रुप की सबसे बड़ी फैक्ट्री है।फैक्ट्री के आसपास भी 1000 एकड़ से ज्यादा जमीनों की खरीद फरोख्त की है। वहीं आयकर सूत्रों के मुताबिक कंपनी में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी की जा रही थी। करीब 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का आयकर चोरी की बात फिलहाल सामने आ रही है। हालांकि अधिकारियों ने दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया हैं। रनियां स्थित फैक्ट्री में टीम मौजूद है। वहीं किसी को आने जाने नहीं दिया जा रहा है।

2019 में हुई थी कार्रवाई

25 फरवरी 2019 को डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) कोलकाता और लखनऊ की टीमों ने मयूर वनस्पति के निर्माता सुनील गुप्ता और सुरेश गुप्ता के सिविल लाइंस स्थित आवास पर संयुक्त रूप से छापा मारा था। इसमें पता चला था कि कारोबारी बांग्लादेश के रास्ते थाईलैंड से कच्चा माल (वनस्पति ऑयल) मंगाते थे। थाईलैंड से सीधे आयात पर टैक्स अधिक है, इसलिए इस रास्ते का इस्तेमाल किया जा रहा था। मामले में कंपनी के एक संचालक को गिरफ्तार भी किया गया था।



2021 में हो चुकी है छापेमारी

कानपुर में मयूर वनस्पति के ठिकानों 30 दिसंबर 2021 को भी DGGI लखनऊ के छापे में आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई थी। चार साल पुराने इस मामले में कंपनी के मालिक सुनील गुप्ता और सुरेश गुप्ता भी फंसे थे। वर्ष 2019 में डीआरआई ने (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने मयूर वनस्पति पर छापा मारकर कंपनी के एक निदेशक को गिरफ्तार भी किया था।

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