Jagat Prakash Nadda:नड्डा को मिल सकता है एक और कार्यकाल, अभी संगठन चुनाव में नहीं उलझना चाहती भाजपा
Jagat Prakash Nadda: देश के कई राज्यों में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को एक और कार्यकाल मिल सकता है।
Jagat Prakash Nadda: देश के कई राज्यों में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को एक और कार्यकाल मिल सकता है। नवंबर में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले चुनावों के बाद अगले साल भाजपा को कई और महत्वपूर्ण राज्यों में विधानसभा चुनावों की जंग लड़नी है। इसके बाद 2024 की बड़ी सियासी जंग में भाजपा को विपक्ष की बड़ी चुनौतियों का सामना करना है। इस कारण भाजपा अभी संगठन चुनावों के मसले में नहीं उलझना चाहती। इसी कारण पार्टी में नड्डा को राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में एक और कार्यकाल दिए जाने पर गहराई से मंथन चल रहा है। जानकारों का कहना है कि जल्द ही इस पर मुहर लग जाने की संभावना है।
कई राज्यों में जल्द होने हैं विधानसभा चुनाव
गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। इन दोनों ही राज्यों में भाजपा की सत्ता है और भाजपा अपनी सत्ता फिर बनाए रखने के लिए जुटी हुई है। चुनाव आयोग ने इन दोनों राज्यों में नवंबर में मतदान कराने के संकेत दिए हैं। इस कारण भाजपा इन दोनों राज्यों में पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का गृह राज्य होने के कारण गुजरात का चुनाव भाजपा के लिए ज्यादा प्रतिष्ठापूर्ण माना जा रहा है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के बाद अगले साल भाजपा को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में विधानसभा चुनावों की जंग में उतरना है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले तेलंगाना, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। इस कारण भाजपा इस समय अपना पूरा फोकस इन चुनावों पर ही रखना चाहती है।
नड्डा के लिए इस कारण बढ़ी उम्मीद
इन विधानसभा चुनावों के नतीजों से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बड़ा सियासी संदेश निकलेगा। इस कारण भाजपा विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि लगातार चुनावों की वजह से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा को एक और कार्यकाल देने के प्रस्ताव पर गंभीरता से चर्चा चल रही है। भाजपा के संविधान में भी इस बात की इजाजत दी गई है कि कोई नेता बिना चुनाव कराए दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। अमित शाह को मोदी कैबिनेट में शामिल किए जाने के बाद नड्डा को जुलाई 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली थी। बाद में जनवरी 2020 में नड्डा को पूर्णकालिक अध्यक्ष बना दिया गया था। नड्डा का अभी तक का कार्यकाल पूरी तरह निर्विवाद रहा है और इस दौरान उन्होंने यूपी, उत्तराखंड और गोवा आदि कई राज्यों में पार्टी को जीत दिलाने में कामयाबी हासिल की है। यूपी की जीत को तो सियासी हलकों में काफी महत्वपूर्ण माना गया था क्योंकि भाजपा राजनीतिक नजरिए से अहम इस राज्य में दोबारा सत्ता में आने में कामयाब हुई थी।
नड्डा ने अपनाई नई रणनीति
भाजपा सूत्रों का कहना है कि राज्यों में अभी तक संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से करीब छह महीने पहले राज्यों में संगठन चुनाव की प्रक्रिया की शुरुआत हो जाती है। इस प्रक्रिया की शुरुआत न होने और कई महत्वपूर्ण चुनाव सिर पर होने के कारण माना जा रहा है कि अब नड्डा को राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में एक और पूर्ण कार्यकाल मिल जाएगा।
नड्डा की अगुवाई में पार्टी कई वरिष्ठ नेताओं को सक्रिय बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। ऐसी लोकसभा सीटों के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है जिन पर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। केंद्रीय मंत्रियों और कई वरिष्ठ नेताओं को ऐसी कमजोर सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन्हीं सब कारणों से नड्डा को एक और कार्यकाल मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।