जानिए कौन हैं जम्मू-कश्मीर के पहले LG मुर्मू, PM मोदी के हैं भरोसेमंद IAS

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का तबादला गोवा कर दिया गया है और अब उनकी जगह वरिष्ठ आईएएस गिरीश चंद्र मुर्मू उपराज्यपाल बनाया गया है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद 31 अक्टूबर से नया केंद्र शासित प्रदेश बन जाएगा।

Update: 2019-10-26 05:49 GMT

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का तबादला गोवा कर दिया गया है और अब उनकी जगह वरिष्ठ आईएएस गिरीश चंद्र मुर्मू उपराज्यपाल बनाया गया है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद 31 अक्टूबर से नया केंद्र शासित प्रदेश बन जाएगा।

अब केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर को पहला उपराज्यपाल मिल गया है। प्रदेश के पुर्नगठन के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है और अब यहां राज्यपाल की जगह उपराज्यपाल होंगे।

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अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद प्रदेश में बनी स्थिति के मद्देनजर गिरीश चंद्र मुर्मू की नियुक्ति को काफी अहम माना जा रहा है है।

जानिए कौन हैं मुर्मू

60 वर्षीय गिरीश चंद्र मुर्मू 1985 के गुजरात कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। जब नरेंद्र मोदी गुजरात में मुख्यमंत्री थे तो उस समय गिरीश चंद्र मुर्मू प्रधान सचिव थे। इस समय वह वर्तमान में वित्त विभाग में व्यय विभाग के सचिव हैं।

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मुर्मू की गिनती नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी अधिकारियों में की जाती है और उन्हें मोदी के कार्यकाल के दौरान गुजरात में भी अहम जिम्मेदारी दी गई थी। इसके साथ ही मुर्मू को गृहमंत्री अमित शाह का भी विश्वासपात्र कहा जाता हैं। तीनों का साथ काफी पुराना है।

गिरीश चंद्र मुर्मू 2004 में मोदी की टीम से जुड़े। मुर्मू की काबिलियत की वजह से ही उन्हें मोदी के सचिव के साथ ही गृह विभाग के सेक्रटरी का भी काम दिया गया था।

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जानकार कहते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुर्मू की केमेस्ट्री बेहतरीन है। दोनों एक-दूसरे की कार्यशैली को पसंद करते हैं। नरेंद्र मोदी ने 2014 में देश की सत्ता संभाली तो मुर्मू को भी दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई।

साल 2015 में मुर्मू को प्रवर्तन निदेशालय (ED) का निदेशक नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें वित्त मंत्रालय में व्यय विभाग का सचिव बनाया गया। मूर्मू नवंबर में रिटायर होने वाले हैं।

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गिरीश चंद्र मुर्मू ओडिशा के सुंदरगढ़ के रहने वाले हैं। उन्होंने उत्कल यूनिवर्सिटी से राजनीतिक शास्त्र की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिघम से एमबीए की पढ़ाई की। इसके बाद वह सिविल सर्विसेज में आ गए।

गिरीश चंद्र मुर्मू उस समय चर्चा में रहे जब सरकार का खजाना खाली हो गया था और सरकार पर पैसों की कमी से जूझ रही थी। जुलाई में उनको अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। उस समय मुर्मु ने 15वें वित्त आयोग के तहत केंद्र के लिए ज्यादा राजस्व की बात की थी।

पीएम मोदी ने एक बार फिर मुर्मू की प्रशासनिक कुशलता पर भरोसा जताते हुए उन्हें जम्मू-कश्मीर का पहला उपराज्यपाल बनाया है। मुर्मू की यह एक बड़ी परीक्षा होगी।

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