Jammu Kashmir : कठुआ आतंकी हमले की जांच करने पहुंची NIA की टीम, इस संगठन ने ली जिम्मेदारी
जम्मू कश्मीर में सोमवार को हुए आतंकी हमले की जांच के लिए एनआईए की टीम कठुआ पहुंच गई है। घटनास्थल पर पहुंच कर टीम इस हमले की जांच करेगी।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने सेना के एक वाहन पर घात लगाकर हमला कर दिया, जिसमें जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए। अब इस आतंकी हमले की जांच के लिए एनआईए की टीम कठुआ पहुंच गई है। घटनास्थल पर पहुंच कर टीम इस हमले की जांच करेगी। यह घटना सोमवार की दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के 22 गढ़वाल राइफल्स के वाहन पर आतंकियों ने हमला किया। सेना का यह वाहन इलाके में गश्त पर था। वाहन में दस जवान सवार थे। आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका। इसके बाद अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। दहशतगर्दों की ओर से स्टील बुलेट के इस्तेमाल का शक है। सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू की। हमले के बाद आतंकी घने जंगल में भाग निकले। बताया जा रहा है, आतंकी ऊंचाई वाले इलाके में थे। जब तक जवान संभलते, तब तक उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी।
कश्मीर टाइगर्स ने ली हमले की जिम्मेदारी
पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखौटा संगठन कश्मीर टाइगर्स ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले में भारी हथियारों से लैस तीन आतंकियों के शामिल होने का अंदेशा है। इनके हाल में सीमापार से घुसपैठ करने का शक है। डीजीपी आरआर स्वैन खुद आतंकियों के खिलाफ अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। हमले में भारी हथियारों से लैस तीन आतंकियों के शामिल होने का अंदेशा है। इनके हाल में सीमापार से घुसपैठ करने का शक है। डीजीपी आरआर स्वैन खुद आतंकियों के खिलाफ अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। आतंकियों ने जहां हमला किया है वह क्षेत्र उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके से जुड़ता है। वहां कई मुठभेड़ हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि सीमापार से घुसपैठ के बाद आतंकी इसी रास्ते से मैदानी इलाके तक पहुंचते हैं।
इस हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश
वहीं इस हमले को लेकर जम्मू कश्मीर के साथ पूरे देश में आक्रोश है। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने भी मंगलवार को कहा कि कठुआ जिले में आतंकवादी हमले में पांच सैन्यकर्मियों की हत्या का बदला लिया जाएगा। भारत उसके नापाक ताकतों को परास्त करेगा। कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हालात ठीक नहीं हैं। उमर ने कहा कि जम्मू कश्मीर में समस्या आतंकवाद है। वहीं कुछ कश्मीरी पंडित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार को कुथवा हमले से जुड़े मामले की जांच करनी चाहिए, जहां आतंकी हमले के दौरान 5 जवानों की जान चली गई। वहीं भाजपा नेता मंजूर भट्ट का कहना है कि आतंकवादी बौखलाए हुए हैं क्योंकि कश्मीर की शांति उन्हें रास नहीं आ रही है।