घाटी में जंग: BJP को झटका, एक हुए प्रमुख दल, छीने गए अधिकारों की लड़ेंगे लड़ाई

पीडीपी की नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद जम्मू कश्मीर में सियासी गतिविधियां एक बार फिर तेज हो गई हैं।

Update: 2020-10-15 16:15 GMT

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में 5 अगस्त 2019 से पहले की स्थिति बहाल करने के लिए राजनीतिक दलों ने नया गठबंधन पीपुल्स अलायंस बनाने का एलान किया है। नेशनल कांफ्रेंस के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को गुपकार रोड स्थित अपने आवास पर विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक के बाद इस गठबंधन का एलान किया।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 की वापसी होनी चाहिए। इस बैठक में फारूक और उमर अब्दुल्ला के अलावा पीडीपी की चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी हिस्सा लिया।

इन दोनों ने मिलकर बनाया गठबंधन

पिछले साल घाटी से अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस, माकपा, जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, पैंथर्स पार्टी और जम्मू कश्मीर आवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कई दलों ने गुपकार डिक्लेरेशन पर दस्तखत किए थे। इस डिक्लेरेशन में घाटी को एक बार फिर विशेष दर्जा दिए जाने की मांग की गई थी। अब इन सभी दलों ने मिलकर पीपुल्स अलायंस नामक नया गठबंधन बनाया है।

पहले की स्थिति बहाल करने की मांग

बैठक के बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख को वे सारे अधिकार एक बार फिर से दिए जाने चाहिए जो हमसे छीन लिए गए हैं।

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केंद्र सरकार को जम्मू कश्मीर के लोगों को उन अधिकारों को लौटाना चाहिए जो उन्हें पिछले साल पांच अगस्त से पहले हासिल थे। उन्होंने कहा कि पीपुल्स अलायंस में शामिल दलों की जल्द ही फिर बैठक होगी जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।

महबूबा की रिहाई के बाद गतिविधियां तेज

जानकार सूत्रों का कहना है कि पीडीपी की नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद जम्मू कश्मीर में सियासी गतिविधियां एक बार फिर तेज हो गई हैं। महबूबा मुफ्ती ने सवा साल बाद बुधवार को अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी।

बाद में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी महबूबा मुफ्ती के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। महबूबा मुफ्ती को पिछले साल 5 अगस्त की तड़के हिरासत में लिया गया था और एक दिन पूर्व ही उनकी रिहाई की गई है।

विशेष दर्जा वापस दिलाने के लिए होगा संघर्ष

राज्य के विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बैठक के बाद फारूक ने कहा कि राज्य का नया गठबंधन कानूनी दायरे में रहकर जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा वापस दिलाने की संवैधानिक लड़ाई लड़ेगा। हम राज्य का विशेष दर्जा फिर से बहाल किए जाने के पक्ष में है। जानकार सूत्रों का कहना है कि अब केंद्र शासित प्रदेश बन चुके जम्मू कश्मीर अगर चुनाव का एलान किया जाता है तो ये सभी दल मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं।

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महबूबा बोलीं- लंबी लड़ाई के लिए रहें तैयार

उधर महबूबा मुफ्ती ने भी अपनी पार्टी के नेताओं से कहा है कि सभी को घाटी में लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए। अपनी पार्टी के नेताओं के साथ करीब 2 घंटे चली बैठक में महबूबा ने जम्मू कश्मीर से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने पीडीपी के नेताओं के साथ कश्मीर के मौजूदा हालात और उससे जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा की। माना जा रहा है कि अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के खिलाफ सभी दल मिलकर लड़ाई लड़ने का मन बना रहे हैं।



महबूबा के साथ फारूक की विभिन्न मुद्दों पर चर्चा

फारूक के आवास पर गुरुवार को हुई बैठक के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वे महबूबा मुफ्ती का कुशलक्षेम जानने के लिए उनके आवास पर गए थे। महबूबा के साथ हमारी कश्मीर से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई है।

उमर ने महबूबा के निवास पर हुई बैठक को लेकर ट्वीट भी किया। इसके बाद महबूबा ने ट्विटर पर लिखा कि आपका और फारूक साहब का मेरे घर आना अच्छा लगा। नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं का कहना है कि सभी दल मिलकर घाटी के हालात को और बेहतर बना सकते हैं।

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