खूंखार आतंकियों का खौफ: ये अपना रहे ऐसा रास्ता, अब होगा महाविनाशक
आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद घाटी में अपना आतंक फैलाने की फिराक में है। पाकिस्तान की मदद से ये घाटी में जिहाद और आतंक की नई-नई साजिशें रच रहा है। ऐसे में अब वो अफगानिस्तान के अपने पुराने दोस्तों तालिबान(Taliban) और अलकायदा(al Qaeda) से भी मदद ले रहा है।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद अपना आतंक फैलाने की फिराक में है। पाकिस्तान की मदद से ये घाटी में जिहाद और आतंक की नई-नई साजिशें रच रहा है। ऐसे में अब वो अफगानिस्तान के अपने पुराने दोस्तों तालिबान(Taliban) और अलकायदा(al Qaeda) से भी मदद ले रहा है। ऐसे में एक तरफ जहां अमेरिका अपनी बची हुई सेनाओं को अफगानिस्तान से जल्द से जल्द निकालने की तैयारी में है, तो वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान में ही जैश ए मोहम्मद के सैकड़ों आतंकी वहां के ट्रेंनिंग सेंटर्स में हैं।
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जैश को सारी सहूलियत और मदद
सूत्रों से सामने आई जानकारी में बताया गया है कि अफगानिस्तान में जैश को सारी सहूलियत और मदद तालिबान का नया सरगना मोहम्मद याकूब की तरफ से दी जा रही है। जिससे जैश अब पहले की अपेक्षा कई गुना मजबूत हो गया है।
ऐसे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे चाहते हैं कि क्रिसमस के दिन से पहले अफगानिस्तान से 4,500 अमेरिकी सैनिकों को वापस बुला लिया जाए। ट्रंप के ऑफिस छोड़ने से पहले ही 2000 सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया भी तेज कर दी है।
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हमलों को रोकने के लिए रजामंदी जाहिर
साथ ही दोहा में चल रही वार्ता में तालिबान ने अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ अल-कायदा जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों के हमलों को रोकने के लिए रजामंदी जाहिर की है, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा या जैश जैसे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों के लिए कोई विशेष बातचीत नहीं है।
इसी कड़ी में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर के दो लोगों ने भारतीय अधिकारियों के दावों की पुष्टि की है। कई स्थानीय जैश आतंकियों ने बताया कि वे बीते साल बालाकोट में भारत के हवाई हमले के बाद घर भेज दिए गए थे। और हाल के हफ्तों मे उसके आसपास के कस्बों और गांवों को छोड़ दिया है।
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