Jharkhand Encounter: सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़, जगुआर फोर्स के दो कमांडो शहीद
Jharkhand Encounter News: दोनों पक्षों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों को नुकसान उठाना पड़ा। इस एंटी नक्सल ऑपरेशन में दो जवान शहीद हो गए। दोनों जगुआर फोर्स के कमांडो थे।
Jharkhand Encounter News: आदिवासी आबादी बहुल राज्य झारखंड लंबे समय से वामपंथी उग्रवाद की चपेट में है। सुरक्षाबल राज्य के दूरदराज एवं जंगली इलाकों में छिपे नक्सलियों के खिलाफ अभियान छेड़े हुए हैं। इसी अभियान के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिले के जंगली इलाके में सुरक्षाबल और नक्सली आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों को नुकसान उठाना पड़ा। इस एंटी नक्सल ऑपरेशन में दो जवान शहीद हो गए। दोनों जगुआर फोर्स के कमांडो थे।
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झारखंड पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, घटना कल यानी सोमवार 14 अगस्त की है। सुरक्षाबलों को पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थानाक्षेत्र के तुम्बाहाका इलाके में नक्सलियों के गतिविधियों की सूचना मिली थी। यह इलाका कोल्हान जंगल क्षेत्र में आता है। जिसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर रवाना हो गई। जंगल में पहुंचते ही सुरक्षाबलों का सामना नक्सलियों से हुआ, जिसके बाद दोनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चलने लगीं।
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों की टीम में शामिल सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इनमें से शहीद अमित तिवारी झारखंड पुलिस सेवा के 2012 बैच के अधिकारी हैं। दोनों शहीदों को ससम्मान जिला पुलिस मुख्यालय लाया गया। इस मुठभेड़ में नक्सलियों को किसी तरह का नुकसान पहुंचने की खबर अब तक सामने नहीं आई है।
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झारखंड में रेड टेरर के खिलाफ अभियान तेज
झारखंड और छत्तीसगढ़ फिलहाल देश के मानचित्र पर दो ही ऐसे राज्य हैं, जहां लाल आतंक का साया सबसे अधिक है। इन राज्यों के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती है। झारखंड में भाकपा माओवादी नक्सल संगठन के हार्डकोर नेताओं के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद से सुरक्षाबलों ने अभियान तेज कर दिया है। इससे पहले इसी साल 31 मई को सुरक्षाबलों की टीम ने कोल्हान के जंगल में अभियान चलाकर 11 आईईडी बम बरामद कर उन्हें नष्ट कर दिया था।