अब और सख्त नियम: बिना मास्क वाले हो जाएँ सावधान, नजर आए तो होगा ये

त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग एक दूसरे के संपर्क में आए हैं। साथ ही महामारी को लेकर लोगों ने सतर्कता बरतनी भी कम कर दी है। लिहाज़ा, ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस के मरीज़ों की तादाद बढ़ सकती है।

Update:2020-11-24 18:47 IST
त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग एक दूसरे के संपर्क में आए हैं। साथ ही महामारी को लेकर लोगों ने सतर्कता बरतनी भी कम कर दी है।

रांची। झारखंड में कोरोना महामारी को लेकर राज्य सरकार ने एकबार फिर से कमर कस ली है। स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि, कोविड-19 की दूसरी लहर चल सकती है। त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग एक दूसरे के संपर्क में आए हैं। साथ ही महामारी को लेकर लोगों ने सतर्कता बरतनी भी कम कर दी है। लिहाज़ा, ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस के मरीज़ों की तादाद बढ़ सकती है। लिहाज़ा, रांची समेत अन्य ज़िलों में स्टैटिक टेस्टिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं। साथ ही राजधानी में बिना मास्क के नज़र आने पर कोरोना जांच कराना अनिवार्य कर दिया गया है।

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कोरोना जांच को लेकर गंभीरता.

राजधानी रांची समेत अन्य ज़िलों में लोगों ने महामारी को लेकर लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है। खासकर त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकले। नतीजतन वे एक दूसरे के संपर्क में आए हैं। ऐसे में कोरोना महामारी के तेज़ी के साथ फैलने का ख़तरा है।

लिहाज़ा, रांची ज़िला प्रशासन ने आदेश जारी कर दिया है कि, बिना मास्क नज़र आने पर कोविड 19 का टेस्ट कराना ज़रूरी होगा। इतना ही नहीं कोविड 19 का उल्लंघन के बाद सील दुकानदारों को भी कोरोना जांच के बाद ही प्रतिष्ठान खोलने की इजाज़त दी जाएगी।

फोटो-सोशल मीडिया

टेस्ट और बेड की संख्या.

रांची समेत अन्य ज़िलों में कोविड 19 टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। राजधानी के शहरी क्षेत्र में 09 टेस्टिंग सेंटर बनाए गए हैं। सभी सेंटर में सुबह 10 बजे से लेकर शाम 06 बजे तक सैंपल लिए जाएंगे। रैपिड एंटीजन के साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाने को कहा गया है।

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रांची सिविल सर्जन को बेड की संख्या, आईसीयू और वेंटीलेटर की संख्या पर्याप्त रखने का निर्देश दिया गया है। रांची उपायुक्त छवि रंजन ने निर्देश दिया है कि, होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीज़ों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। डॉक्टर लगातार विजिट करें। होम आईसोलेशन के तमाम प्रोटोकॉल का पालन किया जाए।

कोरोना वायरस की वर्तमान स्थिति.

फोटो-सोशल मीडिया

झारखंड में कोविड 19 के मामलों को नियंत्रित कहा जा सकता है। हालांकि, जानकारी एकबार फिर से कोरोना मरीज़ों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। ताज़ा आंकड़ों की मानें तो 23 नवंबर 2020 तक झारखंड में 01 लाख 76 हज़ार 88 कोरोना वायरस के मरीज़ हैं।

कोविड 19 से कुल मौत की संख्या 953 है। एक्टिव मरीज़ों की तादाद 2202 है। राजधानी रांची की बात करें तो यहां 27 हज़ार 331 मरीज़ हैं। इसमें एक्टिव मरीज़ों की तादाद 848 है। मृतकों की संख्या 191 है।

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कोरोना वायरस और राजनीति.

झारखंड में हेमंत सरकार के सत्ता संभालने के कुछ महीने बाद ही कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया। सरकार विकास कार्यों को शुरू कर पाती इससे पहले ही कोविड 19 के मामलों की संख्या बढ़ने लगी है। लिहाज़ा, राज्य सरकार का ध्यान महामारी से निपटने में लग गया और विकास कार्य ठप पड़ गए।

प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा का आरोप है कि, राज्य सरकार ने कोरोना से निपटने में समझदारी नहीं दिखाई। सरकारी लापरवाही के कारण मरीज़ों की तादाद बढ़ी और राज्य की वित्तीय स्थिति बिगड़ती चली गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि, केंद्र सरकार ने कोरोना से निपटने में आशानुरूप सहायता नहीं की।

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रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट।

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