अंबेडकर जयंती पर झारखंड के मंत्री ने कह दी ऐसी बात, भड़क गए लोग, मचा बवाल
Jharkhand News: झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन का एक बयान सामने आया है, जिसके बाद राज्य में सियासत गरमा गई है।;
झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन
Jharkhand News: देशभर में आज (14 अप्रैल) को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है। हर कोई बाबा साहेब के योगदान को याद कर रहा है। इन सबके बीच झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन के बयान से सियासत गरमा गई है। आइये जानते हैं कि आखिर उन्होंने ऐसा क्या कह दिया है।
झारखंड में किस बात पर मचा बवाल?
झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन के अंबेडकर जयंती पर विवादित बयान से सियासत में हलचल मच गई है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि उनके लिए शरीयत संविधान से ऊपर है। हफीजुल हसन के इसी बयान पर अब बवाल मच गया है और विपक्ष खासकर की बीजेपी ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
हफीजुल हसन ने क्या कहा?
हफीजुल हसन ने अपने बयान में कहा कि शरीयत मेरे लिए बड़ा है, हम कुरान शरीफ को सीने में रखते हैं और हाथ में संविधान। मुसलमान पहले शरीयत को मानता है, इसलिए हम पहले शरीयत को अपनाएंगे, फिर संविधान को।
हफीजुल हसन के इसी बयान का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया गया। इसे बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने पोस्ट किया है, जिसके बाद यह वायरल हो गया।
बीजेपी ने हफीजुल हसन के बयान पर क्या कहा?
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने हफीजुल हसन का वीडियो पोस्ट करते हुए उन पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा, मंत्री हफीजुल हसन के लिए संविधान नहीं, शरीयत मायने रखता है। चुनाव के समय दलित, गरीब और आदिवासियों से वोट मांगे और अब इस्लामिक एजेंडा चलाने की कोशिश कर रहे हैं। संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह कट्टरपंथ को बढ़ावा देना आने वाली पीढ़ियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
इसके बाद बीजेपी ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर आप लोगों में संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा है, तो हफीजुल हसन को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।