इन विधायकों का काला चिट्ठा आया सामने, सब के सब ऐसे मामलें में हैं काफी संगीन
झारखंड के एसम्ब्ली एल्क्तिओन झारखंड में 30 नवंबर, 7 दिसंबर, 12 दिसंबर, 16 दिसंबर और 20 दिसंबर को वोटिंग होगी।
Jharkhand Assembly Election 2019-झारखंड के एसम्ब्ली एल्क्तिओन झारखंड में 30 नवंबर, 7 दिसंबर, 12 दिसंबर, 16 दिसंबर और 20 दिसंबर को वोटिंग होगी। झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को खत्म होगा। कुल 81 सीटें हैं और बहुमत के लिए 41 का आंकड़ा जरूरी हैं। राज्य में भाजपा-आजसू की गठबंधन सरकार; भाजपा के खिलाफ झामुमो, कांग्रेस, राजद और वामदलों ने महागठबंधन किया है। लेकिन क्या आपको पता हैं यहां के विधायकों के ऊपर बहुत से संगीन मामलें दर्ज हैं। आज हम आपको बतातें हैं उन विधायकों के बारें में।
ऐसे विधायक है जिनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं
झारखंड में आधे से ज्यादा विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक प्रेजेंट में राज्य के 79 विधायकों में 49 विधायकों के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 38 विधायक ऐसे हैं जिनपर संगीन मामले दर्ज हैं। अभी तक तो उपचुनावों में जीतकर पहुंचे दो विधायकों का रिकॉर्ड खंगाला नहीं गया है। 38 संगीन मामलों वाले विधायकों में तीन विधायक ऐसे हैं, जिनपर हत्या का मुकदमा दर्ज है। जबकि 10 विधायक ऐसे हैं, जिनपर हत्या के प्रयास के मामले में प्राथमिकी दर्ज है।
ये भी पढ़ें:पीएनबी स्कैम के आरोपी नीरव मोदी ने दी आत्महत्या की धमकी, यहां जानें क्यों?
ये हैं उन विधायकों की लिस्ट जिन पर दर्ज हैं मुकदमें
भाजपा : कुल 36 विधायक, जिनमें 21 के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 15 के विरुद्ध संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
झामुमो : कुल 18 विधायकों में से 11 के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 10 के विरुद्ध संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कांग्रेस : कुल आठ विधायकों में से पांच के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 02 के विरुद्ध संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
झाविमो : कुल आठ विधायकों में से पांच के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 05 के विरुद्ध संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ये भी पढ़ें:विभूति खण्ड स्थित डिवाइन हॉस्पिटल के पास पुल के नीचे झुग्गी झोपड़ियों में लगी भीषण आग
जिस आरोप के लिए पांच साल या इससे अधिक की सजा का प्रावधान हो।
वह गैर जमानतीय हो।
चुनाव के लिए रिश्वत ले या उसकी मांग करे।
यौन शोषण, हत्या, अपहरण, दुष्कर्म आदि का आरोपित हो।
चुनाव को प्रभावित करने के लिए रुपये-पैसे का इस्तेमाल करे।
भ्रष्टाचार का आरोपित हो।
महिलाओं के विरुद्ध अपराध किया हो।